
मौसम विभाग का अलर्ट – यूपी व बिहार समेत कई राज्यों में बारिश, आंधी-तूफान की भी चेतावनी
नई दिल्ली, 1 मार्च। पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) के बीच उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम ने करवट ली है। इस क्रम में पहाड़ी राज्यों में जहां भारी बारिश और बर्फबारी से जनजीवन पर असर पड़ा है वहीं मैदानी इलाकों में भी बारिश हो रही है। हालांकि, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सिस्टम थोड़ा कमजोर जरूर पड़ा है, लेकिन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में बारिश, आंधी तूफान व ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग की वैज्ञानिक डॉ. सोमा सेन ने बताय कि उत्तरी भारत के ऊपर एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा है… यह सिस्टम कमजोर हो रहा है, लेकिन उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में मध्यम गरज के साथ बारिश होने की उम्मीद है। अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है।
उन्होंने बताया कि पूर्वी लहरें चल रही हैं, जिसके कारण दक्षिण भारत में भारी बारिश हो रही है, जिसका असर तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप पर पड़ रहा है। एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है, जिससे उत्तरी पहाड़ियों पर बारिश और तूफान का एक और दौर आएगा।
आईएमडी के अलर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश और बिहार में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आज हवाएं चलेंगी, जबकि आंधी तूफान व बिजली कड़कने की भी चेतावनी जारी की गई है। इतना ही नहीं, छत्तीसगढ़ में भी ओलावृष्टि होने वाली है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज बारिश होगी।
रविवार को आ रहा नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस
मौसम विभाग ने बताया है कि एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस रविवार की रात यानी दो मार्च से उत्तर पश्चिम भारत में दस्तक देने जा रहा है। इसकी वजह से मौसम बिगड़ेगा और जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में दो से चार मार्च, हिमाचल प्रदेश में तीन मार्च को भारी बारिश होगी।
पूर्वोत्तर राज्यों की बात करें तो पूर्वी अरुणाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर असम, नगालैंड में एक मार्च को तेज बारिश होगी। वहीं, अरुणाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर असम में एक मार्च को तेज बरसात का अलर्ट है। इसके अलावा, दक्षिण में तमिलनाडु में एक मार्च, केरल, लक्षद्वीप में एक और दो मार्च को बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है।
उत्तर पश्चिम भारत का तापमान अगले दो दिनों में चार डिग्री तक गिर जाएगा। मध्य भारत में अगले तीन दिनों बाद न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। वहीं, तटीय कर्नाटक में एक और दो मार्च को हीटवेव की स्थिति रहने वाली है। कोंकण, गोवा में एक से तीन मार्च, तटीय कर्नाटक में तीन मार्च को हॉट एंड ह्यूमिड वेदर रहने वाला है।