कांग्रेस का 139वां स्थापना दिवस : राहुल गांधी का भाजपा पर हमला – ‘देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही’
नागपुर, 28 दिसम्बर। कांग्रेस ने अपने 139वें स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के गढ़ नागपुर में गुरुवार को एक महारैली ‘हैं तैयार हम’ आयोजित की। इस दौरान पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है। लोगों को लगता है कि यह राजनीतिक लड़ाई है, जो सही है, लेकिन इस लड़ाई की नींव विचारधारा है।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, ‘बहुत सारी पार्टियां NDA और I.N.D.I.A. गठबंधन में हैं, लेकिन लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है। भाजपा के विपरीत, कांग्रेस का एक कनिष्ठ कार्यकर्ता भी पार्टी के शीर्ष नेताओं पर सवाल उठा सकता है और उनसे असहमत हो सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के स्थापना दिवस पर भाजपा की अत्याचारी और अहंकारी सरकार को सत्ता से हटाने का संकल्प लेकर बदलाव का संदेश दिया जाएगा।
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— Congress (@INCIndia) December 28, 2023
कांग्रेस नेता ने कहा कि आजादी से पहले हिन्दुस्तान की जनता, महिलाओं के कोई अधिकार नहीं थे। दलितों को छुआ नहीं जाता था, यह RSS की विचारधारा है। यह हमने बदला है और वे फिर इसे वापस लाना चाहते हैं, हिन्दुस्तान आजादी से पहले जहां था, वे वहां उसे लौटाना चाह रहे हैं।’
देश से अन्याय मिटाने के लिए
लोकतंत्र की रक्षा के लिए
एक खुशहाल हिंदुस्तान के लिएहैं तैयार हम…#HainTaiyaarHum pic.twitter.com/FUvZIIYe8m
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उन्होंने कहा, ‘एक तरफ युवाओं पर आक्रमण किया जा रहा है और दूसरी तरफ हिन्दुस्तान के 2-3 अरबपतियों को देश का पूरा धन दिया जा रहा है। 1,50,000 युवाओं को हिन्दुस्तान की सेना और वायु सेना के लिए चुन लिया गया था, मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना लागू की और इन युवाओं को आर्मी और वायु सेना में नहीं आने दिया गया।’
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ऐसे भारत के निर्माण की दिशा में काम किया है, जो संसदीय लोकतंत्र और समानता पर आधारित हो। अगले वर्ष प्रस्तावित लोकसभा चुनाव से पहले आयोजित यह रैली इस मायने में महत्वपूर्ण है कि इसका आयोजन नागपुर में हो रहा है, जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय और ऐतिहासिक स्थल ‘दीक्षाभूमि’ है। दीक्षाभूमि में डॉ. बी.आर. आंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाया था।