
सिंगापुर ओपन : पीवी सिंधु ने रचा इतिहास, पहली बार बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर सुपर 500 खिताब जीता
सिंगापुर, 17 जुलाई। ओलंपिक पदक विजेता भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने रविवार को यहां इतिहास रचा और सिंगापुर ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट की महिला एकल उपाधि अपने नाम कर पहली बार बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर सुपर500 खिताब जीता। उन्होंने सिंगापुर इनडोर स्टेडियम में 58 मिनट तक खिंचे संघर्षपूर्ण फाइनल में चीनी स्पर्धी वांग झी यी को 21-9, 11-21, 21-15 से शिकस्त देने के साथ पहली बार यहां उपाधि जीती।
A stunning performance by @Pvsindhu1
to clinch her first ever #SingaporeOpen title with a 21-9, 11-21, 21-15 defeat of #WangZhi
With her third title of 2022, @PvSindhu1 is looking in great form! pic.twitter.com/kpnY6CBT9r
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) July 17, 2022
भारतीय शटलर के नाम पहला सुपर 500 टूर्नामेंट
बीडब्ल्यूएफ रैकिंग में सातवें स्थान पर काबिज 27 वर्षीया सिंधु का यह पहला विश्व टूर सुपर 500 खिताब है। वर्ष 2018 में बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर की शुरुआत के बाद सिंधु उसी वर्ष इंडिया ओपन और थाईलैंड ओपन (दोनों सुपर 500) के फाइनल में पहुंची थीं। लेकिन दोनों बार उन्हें उपजेता रहना पड़ा था। हालांकि भारतीय शटलर ने उसी वर्ष चीन में विश्व टूर फाइनल्स के रूप में अपना पहला खिताब जीतकर सबको चौंका दिया था।
वर्ष की तीसरी और ओवरआल चौथी विश्व टूर उपाधि जीती
फिलहाल सिंधु की इस वर्ष विश्व टूर में यह तीसरी और ओवरआल चौथी उपाधि है। इसके पूर्व उन्होंने जनवरी में लखनऊ के घरेलू कोर्ट पर सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा (सुपर 300) जीतने के बाद मार्च में स्विस ओपन (सुपर 300) में श्रेष्ठता सिद्ध की थी। बासेल में उन्होंने थाई स्टार बुसानन ओंगबामरुंगफान को फाइनल में मात दी थी।
Opening finals match as Pusarla V. Sindhu
and Wang Zhi Yi
clash for the title.#BWFWorldTour #SingaporeOpen2022 pic.twitter.com/iduU7MwBku
— BWF (@bwfmedia) July 17, 2022
तीसरी सीड लेकर कोर्ट नंबर एक पर उतरीं सिंधु ने विश्व नंबर 11 वांग झी यी के खिलाफ तत्काल रफ्तार पकड़ ली और एकबारगी लगातार 13 अंक बटोरते हुए पहला गेम ले लिया। हालांकि दूसरे गेम में वांग ने हालांकि वापसी की और स्कोर 1-1 गेम से बराबर कर दिया।
वांग झी यी के खिलाफ सिंधु का मैच स्कोर 2-0
तीसरे व निर्णायक गेम में कड़ी टक्कर देखने को मिली और दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे की कड़ी परीक्षा ली। फिलहाल छोर बदलने के बाद सिंधु ने अंतिम प्रहार किया और चीनी खिलाड़ी से दूसरी मुलाकात भी अपने नाम कर ली। इसी वर्ष ऑल इंग्लैंड ओपन में दोनों खिलाड़ियों की हुई पहली टक्कर में सिंधु सीधे गेमों में विजयी रही थीं।