पुतिन का बाइडेन पर पलटवार, बोले – यूक्रेन में पश्चिमी देशों ने सीरिया-ईराक जैसा खेल खेला
मॉस्को, 21 फरवरी। रूस-यूक्रेन जंग के एक वर्ष (24 फरवरी) पूरा होने से ठीक तीन दिन पहले मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपने देश की जनता को संबोधित किया। संसद में बोलते हुए पुतिन ने युद्ध का ठीकरा पूरी तरह अमेरिका व पश्चिमी देशों पर फोड़ा और कहा कि उन्होंने यूक्रेन में वही खेल खेला है, जो सीरिया और ईराक के साथ किया था।
युद्ध में मारे गए सैनिकों के परिजनों के लिए स्पेशल फंड का भी एलान
व्लादिमिर पुतिन ने साथ ही अपनी सफलताओं का भी जिक्र किया। उन्होंने जब संसद में यूक्रेन के चार प्रांतों के विलय का जिक्र किया तो हर सांसद खड़ा हो गया और तालियां बजाते हुए पुतिन-पुतिन के नारे लगाने लगा। पुतिन ने भावुक भाषण देकर रूसियों का साथ मांगा तो वहीं पश्चिमी देशों पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने सांसदों, खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों और टॉप कमांडरों से कहा कि वे उन लोगों को न भूलें, जिन्होंने संयुक्त रूस की खातिर बलिदान दिया है। युद्ध में मारे गए सैनिकों के परिजनों के लिए उन्होंने स्पेशल फंड का भी एलान किया।
‘वेस्ट का प्लान फेल रहा, हमारी बर्बादी चाहते थे‘
पुतिन ने अपने भाषण के दौरान अर्थव्यवस्था की भी बात की। उन्होंने कहा, ‘आधुनिक इतिहास में रूस पर सबसे कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं ताकि देश बर्बाद हो जाए। वे चाहते हैं कि रूसी पीड़ित रहें। लेकिन उनकी कैलकुलेशन सही साबित नहीं होगी। रूस की अर्थव्यवस्था और उसका मैनेजमेंट उनकी सोच से कहीं ज्यादा मजबूत है। आईएमएफ का कहना है कि रूस की इकॉनमी 2 ट्रिलियन डॉलर की है और इस साल 0.3 प्रतिशत की ग्रोथ भी हासिल कर सकता है। भले ही यह कम है, लेकिन प्रतिबंधों को देखते हुए कम नहीं है।’
एशियाई देशों से निवेश की अपील, पश्चिम को बताया लालची
रूसी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में इकॉनमी को पश्चिम की बजाय एशियाई देशों से जोड़ने की बात भी कही। उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि वह चीन और भारत की ओर संकेत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पश्चिम के मतलबी और लालची देशों की बजाय हम एशिया की ओर से रुख करेंगे। इस दौरान उन्होंने एशियाई देशों से अपील करते हुए कहा, ‘नए प्रोजेक्ट लॉन्च करिए। पैसा कमाइए और रूस में निवेश करिए।’
अचानक कीव पहुंच गए थे बाइडेन
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अचानक यूक्रेन के दौरे पर पहुंच गए थे। उनकी इस विजिट को दुनिया हैरानी से देख रही थी क्योंकि उनका ये दौरा अचानक ही सामने आया था। इसके बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी. कीव पहुंचकर बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका हमेशा यू्क्रेन के साथ खड़ा है और आगे भी उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा था कि यूक्रेन को हर संभवन मदद की जाएगी।
‘पुतिन को लगा पश्चिमी देश एकजुट नहीं‘
अपने दौरे में बाइडेन ने उन सभी देशों को चेतावनी दी थी, जो रूस की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि अमेरिका यूक्रेन की मदद के लिए कई बड़ी घोषणाएं करेगा। पुतिन पर निशाना साधते हुए बाइडेन ने कहा था कि उन्हें (पुतिन) लगा था कि पश्चिम के देश एकजुट नहीं हैं, और वो हमला करके आसानी से यूक्रेन को हरा देंगे। लेकिन रूसी राष्ट्रपति अपने प्लान में पूरी तरह से फेल हुए हैं।