पंजाब: नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाबियों के नाम लिखा पत्र, मचा सियासी गलियारें में हड़कंप
पटियाला, 28 सितंबर। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से आक्रामक रुख अखित्यार करते हुए पंजाब का राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। जहां एक तरफ प्रदेश की ‘आप’ सरकार से पंजाब के राज्यपाल ने 50,000 करोड़ रुपए के कर्ज को लेकर सवाल किए हैं वहीं सिद्धू ने इस मुद्दे पर पंजाबियों के नाम खुला पत्र लिख कर प्रदेश की राजनीति में खलबली मचा दी है।
सिद्धू ने पत्र में कहा कि वे 20 वर्ष से नि:स्वार्थ भाव से पंजाब के हितों के लिए लड़ाई लड़ते आ रहे हैं और भाजपा की राज्यसभा व कैप्टन सरकार में मंत्री पद को ठोकर मार कर पंजाब को बचाने के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में जिसका भी राज आया, उसने प्रदेश के टैक्स को लूटने का काम किया और जो राजनीतिक लोगों और माफिया का गठजोड़ बना है, वह अभी भी चल रहा है। यह गठजोड़ हमारे सिस्टम का हिस्सा बन गया है जोकि हमारे भविष्य के लिए गंभीर खतरा है।
उन्होंने कहा कि आर.बी.आई. के आंकड़ों के मुताबिक पंजाब का कर्ज 3.24 लाख करोड़ तक पहुंच गया है जोकि पंजाबियों को परोक्ष टैक्सों में अदा करना पड़ेगा। पहले ही पंजाब पैट्रोल, डीजल व अन्य खाद्य पदार्थों पर अधिक टैक्स दे रहा है। अकाली दल की सरकार ने अपने समय में प्रत्येक साल 15,000 करोड़ का कर्ज लिया, कैप्टन सरकार ने 20,000 करोड़ का कर्ज लिया और अब मौजूदा भगवंत मान सरकार ने 34,000 करोड़ प्रति वर्ष के हिसाब से कर्जा लेना शुरू कर दिया है। 40,000 करोड़ रुपए तो पी.एस.पी.सी.एल. पर है।
पंजाब की आर्थिक हालत कमजोर होने के चलते पंजाब केन्द्रीय योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहा है क्योंकि केन्द्रीय योजनाओं में प्रदेश को अपना हिस्सा डालना पड़ता है। यह हिस्सा डालने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है, जरूरत मजबूत राजनीतिक इच्छा शक्ति की है।