बीएचयू में अर्से बाद स्थायी कुलपति की नियुक्ति, प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी संभालेंगे कार्यभार
वाराणसी, 31 जुलाई। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में स्थाई कुलपति का पिछले सात माह से जारी इंतजार गुरुवार को अंततः खत्म हो गया, जब आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी को नया कुलपति नियुक्त कर दिया गया। शिक्षा मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी श्रेया भारद्वाज के हस्ताक्षर से BHU के रजिस्ट्रार को संबोधित पत्र में इस नियुक्ति के विषय में जानकारी दी गई है।

बीएचयू के 29वें कुलपति होंगे डॉ. चतुर्वेदी
उल्लेखनीय है कि प्रो. सुधीर कुमार जैन के इसी वर्ष सात जुलाई को जाने के बाद से बीएचयू में कुलपति पद पर स्थायी नियुक्ति नहीं हो सकी थी और अस्थायी व्यवस्था के काम चल रहा था। खैर, अब डॉ. चतुर्वेदी जल्द ही बीएचयू के 29वें कुलपति के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वैसे प्रो. चतुर्वेदी वर्ष 1994 से लेकर 1996 तक आईआईटी बीएचयू में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में बतौर लेक्चरर तैनात रहे हैं। इस लिहाज से बीएचयू में कार्य करना उनके लिए काफी अनुभव वाला रहेगा।
आईआईटी कानपुर से 1986 में बी.टेक. की डिग्री
आईआईटी कानपुर से 1986 में बी.टेक. (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) करने वाले डॉ. चतुर्वेदी ने वहीं से 1988 से एम.टे, व और 1995 में पीएचडी की थी। उन्हें अगस्त, 2012 में उन्हें प्रोफेसर बनाया गया और 2017 में वह आईआईटी रुड़की चले गए, जहां वह 2022 तक निदेशक थे। इसके बाद आईआईटी कानपुर लौट आए।
आईआईटी रुड़की के निदेशक भी रह चुके हैं
कानपुर आईआईटी में डीन और पूर्व उपनिदेशक भी रह चुके डॉ. चतुर्वेदी को हाल ही में आईआईटी मंडी के निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था। वर्तमान में उनकी नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है। उन्हें आईआईटी कानपुर का विशिष्ट शिक्षक पुरस्कार और लगातार अलग-अलग पुरस्कार प्राप्त हुआ है। वह आईटी रुड़की के निदेशक रहते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में कई विदेश यात्राएं भी कर चुके हैं।
