भुवनेश्वर, 11 फरवरी। ओडिशा की यात्रा पर आयीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को लिंगराज मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। राष्ट्रपति राजभवन से निकलकर लिंगराज मंदिर गईं। मंदिर के पास पहुंचकर वह बिन्दुसागर गईं और अपने पैर धोए। बिंदुसागर से वह नंगे पैर ही देवताओं के दर्शन और प्रार्थना करने के लिए लिंगराज मंदिर गई। राष्ट्रपति के साथ ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल भी थे। उन्होंने वहां मौजूद बच्चों से भी बातचीत की।
राष्ट्रपति मुर्मू के दौरे के मद्देनजर मंदिर के अंदर और बाहर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस आयुक्त सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मंदिर को खूबसूरती से सजाया गया था और राष्ट्रपति के स्वागत के लिए पारंपरिक जनजातीय नृत्य, गीत और संकीर्तन का आयोजन किया गया था। राष्ट्रपति की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़क के दोनों ओर खड़े थे।
President Droupadi Murmu paid obeisance to Lingaraj Mahaprabhu in Bhubaneswar. The President greeted the people while walking to the Lingaraj temple, considered a masterpiece of Indian architecture. pic.twitter.com/s5RtxllljI
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 11, 2023
मंदिर के पंडितों ने बताया कि मुर्मू ने मंदिर के गर्भगृह में पूजा की और भगवान लिंगराज का जलाभिषेक किया। उन्होंने मंदिर परिसर में मां गौरी, मां भुवनेश्वरी, सिंधी विनायक के मंदिरों में भी पूजा-अर्चना की। वहां से राष्ट्रपति कटक में राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, विद्याधरपुर के लिए रवाना हुईं। वह कटक में आईसीएआर-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में दूसरी भारतीय चावल कांग्रेस का उद्घाटन करने वाली हैं। राष्ट्रपति सीआरआरआई कार्यक्रम के बाद आज ही दिल्ली लौट जाएंगी।