
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पुर्तगाल और स्लोवाकिया की राजकीय यात्रा पर रवाना
नई दिल्ली, 6 अप्रैल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पुर्तगाल और स्लोवाकिया की अपनी दो देशीय राजकीय यात्रा के पहले चरण में रविवार को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन के लिए रवाना हुईं। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के साथ संबंधों को मजबूत करना है।
ढाई दशक में भारत के राष्ट्रपति की दोनों देशों की पहली राजकीय यात्रा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पुर्तगाल और स्लोवाक गणराज्य की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा पर रवाना हुईं। यह पिछले 25 से अधिक वर्षों में भारत के राष्ट्रपति द्वारा इन दोनों देशों की पहली राजकीय यात्रा है। इन यात्राओं से यूरोपीय संघ के दो महत्वपूर्ण भागीदारों के साथ भारत के बहुआयामी संबंधों का और विस्तार होगा।”
President Droupadi Murmu departs for historic State visits to Portugal and the Slovak Republic. These are the first State visits to either country by the President of India in more than 25 years. The visits will further expand India's multifaceted engagement with two important… pic.twitter.com/L4ielRi6ET
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 6, 2025
पुर्तगाल की अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मु यूरोपीय देश के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा से मुलाकात करेंगी और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगी। वह पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जोस पेड्रो एगुइर-ब्रैंको से भी मुलाकात करेंगी।
भारत-पुर्तगाल के बीच ऐतिहासिक व मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध
किसी भारतीय राष्ट्रपति की पुर्तगाल यात्रा 27 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है। यह ऐसे समय हो रही है, जब भारत और पुर्तगाल राजनयिक संबंधों की पुनः स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। भारत और पुर्तगाल के बीच ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं, जो पिछले कुछ वर्षों में आधुनिक और गतिशील साझेदारी में बदल गए हैं। यह यात्रा पुर्तगाल के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को और गति प्रदान करेगी।
पुर्तगाल के बाद स्लोवाकिया जाएंगी राष्ट्रपति मुर्मु
वहीं स्लोवाकिया में राष्ट्रपति मुर्मु देश के राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी और प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। भारत के किसी राष्ट्रपति की 29 साल में यह पहली स्लोवाकिया यात्रा होगी। राष्ट्रपति की यह राजकीय यात्रा भारत, पुर्तगाल और स्लोवाकिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत और व्यापक बनाने का अवसर प्रदान करेगी और भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों को भी मजबूत करेगी।