उमेश पाल हत्याकांड : प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद के करीबी जफर के घर चलाया बुलडोजर
प्रयागराज, 1 मार्च। उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल पूर्व सांसद अतीक अहमद के हमदर्दों और आरोपितों के सहयोगियों के खिलाफ प्रयागराज पुलिस ने बुलडोजर काररवाई शुरू कर दी है। इस क्रम में बुधवार को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने करेली थाना क्षेत्र के अंतर्गत चकिया में स्थित खालिद जफर के घर पर बुलडोजर चला दिया।
माफिया से नेता बने अतीक अहमद के परिजनों – पत्नी शाइस्ता परवीन, उनके दो बेटों और उनके भाई अशरफ के साथ मिलकर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। अतीक अहमद के घर के बगल में रहने वाले खालिद जफर की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया गया है।
पुलिस और प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने अतीक अहमद और उसके गिरोह के करीब 20 लोगों की पहचान की है, जिनके खिलाफ बुलडोजर की काररवाई शुरू की जाएगी। अधिकारियों ने उनकी संपत्तियों की पहचान कर ली है, जिन्हें अगले 48 घंटों में तोड़ा जा सकता है। जिन इलाकों में उनकी संपत्तियों की पहचान की गई है, उनमें तेलियरगंज, धूमनगंज, चकिया, सलेमसराय, हरवारा, जयंतीपुर, सादियापुर, मिंदेरा, झालवा और अटाला शामिल हैं।
अतीक के करीबी जफर के घर गिराए जाने की पुष्टि करते हुए पीडीए के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार चौहान ने कहा, ‘घर अवैध रूप से निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करके बनाया गया था और इसलिए इसे ध्वस्त किया जा रहा है। मालिक को नोटिस जारी किया गया था और सभी आवश्यक प्रक्रिया का पालन किया गया है।
हत्याकांड में शामिल एक आरोपित अरबाज 27 फरवरी को मारा जा चुका है
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने माफिया से नेता बने अतीक अहमद के बेटे समेत चार हमलावरों की पहचान की है। हत्याकांड में शामिल एक आरोपित को पुलिस ने पहले ही प्रयागराज मुठभेड़ में मार गिराया है। सूचना के अनुसार यूपी पुलिस ने 27 फरवरी को आरोपी अरबाज को घेर लिया। हालांकि, अरबाज ने जवाबी काररवाई करते हुए पुलिस पर गोली चला दी। धूमनगंज थाने के नेहरू पार्क में हुई मुठभेड़ में अरबाज घायल हो गया और जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एक अन्य आरोपित सदाकत पेशे से वकील, इलाहाबाद विवि छात्रावास से हुई गिरफ्तारी
हत्याकांड में एक अन्य आरोपित की भी गिरफ्तारी की गई है, जिसकी पहचान सदाकत के रूप में हुई है। सदाकत गाजीपुर का रहने वाला है और पेशे से वकील है। वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रवास में अवैध रूप से रह रहा था। सूचना मिलने के बाद एसटीएफ ने सोमवार को उसे गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि 24 फरवरी, 2023 को प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और दो पुलिसकर्मियों पर उनके आवास के बाहर हथियारबंद लोगों ने फायरिंग कर दी। उमेश पाल और एक पुलिसकर्मी संदीप निषाद की इसमें मौत हो गई जबकि एक अन्य सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह की हालत गंभीर है।