टाटा ओपन महाराष्ट्र : पुर्तगाली स्टार जोआओ सौसा ने 4 वर्षों में जीता पहला एटीपी टूर खिताब
पुणे, 6 फरवरी। पूर्व विश्व नंबर 28 पुर्तगाल के दृढ़प्रतिज्ञ खिलाड़ी जोआओ सौसा ने यहां बालेवाड़ी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अपने पराक्रम को अंजाम तक पहुंचाते हुए 2022 टाटा ओपन महाराष्ट्र की एकल उपाधि जीत ली। इस क्रम में रविवार को सेंटर कोर्ट की दूधिया रोशनी में गैर वरीय सौसा ने तीन सेटों तक खिंचे फाइनल में छठी सीड फिनलैंड के एमिल रुसुवुओरी को 7-6 (11-9), 4-6, 6-1 से हराया और 2018 के बाद पहले और कुल चौथे एटीपी टूर खिताब पर नाम लिखा लिया।
सौसा पर सेमीफाइनल की कठिन जीत का शुरुआत में प्रभाव दिखा
24 घंटे पूर्व स्वीडिश क्वालीफायर एलियास येमेर का असाधारण सफर खत्म करने वाले 32 वर्षीय सौसा पर शुरुआत में सेमीफाइनल की कठिन जीत का असर प्रतीत हो रहा था। इस क्रम में विश्व नंबर 87 रुसुवुओरी ने एक ब्रेक के बीच 5-3 की बढ़त के लिए कुछ शक्तिशाली ग्राउंड स्ट्रोक दागे, लेकिन पहली एटीपी उपाधि के करीब पहुंचने के दबाव ने उन्हें प्रभावित किया और वह अपनी सर्विस गंवा बैठे। टाई ब्रेकर तक पहुंचे सेट में सौसा ने चौथे सेट अंक पर शानदार रक्षण से जीत हासिल की।
फिनलैंड के रुसुवुओरी ने लगातार पांच गेम लेकर दूसरा सेट जीतकर वापसी की
विश्व रैंकिंग में 137वें नंबर के खिलाड़ी सौसा ने दूसरे सेट में रफ्तार पकड़ ली थी और उन्होंने एक ब्रेक से 3-0 की बढ़त हासिल कर ली। हालांकि रुसुवुओरी हार मामने को तैयार नहीं थे। उन्होंने 1-4 के स्कोर से लगातार पांच गेम लेते हुए मुकाबले को निर्णायक सेट में धकेल दिया।
सौसा ने अंतिम सेट के दौरान 8 में 5 ब्रेक अंक बचाकर उपाधि जीती
फिलहाल सौसा ने अपना अथाह अनुभव उड़ेलते तीसरे सेट की शुरुआत में फिनिश खिलाड़ी की सर्विस तोड़ दी और फिर आठ में से पांच ब्रेक अंक बचाते हुए बचाकर उन्होंने दो घंटे और 43 मिनट में जीत पर अंतिम मुहर लगा दी।
खिताब हासिल करना एक सपने के सच होने जैसा
देखा जाए तो यह सूसा के लिए फॉर्म में एक शानदार वापसी का प्रतीक है, जिन्होंने एलियास येमेर पर अपनी शानदार जीत के बाद चोट और फॉर्म के साथ अपने हालिया संघर्षों के बारे में भावनात्मक रूप से बात की थी। खिताब जीतने के बाद उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए एक अच्छा सप्ताह रहा। जैसा कि मैंने कल कहा था, पिछले दो वर्षों में हमने कुछ कठिन क्षण देखे हैं और आज खिताब हासिल करना एक सपने के सच होने जैसा है। अगर आपने मुझसे छह महीने पहले पूछा होता कि क्या मैं फाइनल में पहुंचूंगा, तो मैंने ना कहा होता।’
एस्टोरिल (2018) के बाद पहला खिताब जीतने वाले सौसा ने कहा, ‘मैं जानता था कि एमिल एक महान खिलाड़ी है, इसलिए मैच का समापन करना कठिन होगा। उन्होंने दूसरे सेट के अंत में शानदार टेनिस खेली। मुझे पता था कि मुझे तीसरे सेट में रहना होगा और अपनी लय में लौटना होगा।’
सौसा के विपरीत 22 वर्षीय रुसुवुओरी इस स्तर पर अपने पहले फाइनल में प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। टूर के रोमांचक युवा खिलाड़ियों में से एक रुसुवुओरी ने बीती ऑस्ट्रेलियाई ओपन में फेलिक्स ऑगर-अलियासिम को पांच सेटों तक दौड़ाया था।