जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ पीएम मोदी की सर्वदलीय बैठक आज, राज्य में 48 घंटे का अलर्ट
नई दिल्ली, 24 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के मुद्दों पर सर्वदलीय बैठक आहूत की गई है। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सहित गुपकार गठबंधन के 14 नेताओं के इस बैठक में भाग लेने की संभावना है। हालांकि गुपकार संगठन के अधिकतर दलों ने साफ कर दिया है कि वह जम्मू-कश्मीर से जुड़े अपने पुराने एजेंडे पर ही बात करेंगे।
इस बीच आतंकियों की हरकतों को देखते हुए सुरक्षा बलों के लिए जम्मू-कश्मीर मे 48 घंटे का हाई अलर्ट का एलान किया गया है। राज्य में इंटरनेट सेवा को भी 24 घंटे तक सस्पेंड किए जाने की चर्चा है।
बैठक में भागीदारी के लिए पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष प्रो. भीम सिंह, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन सैयद अल्ताफ बुखारी और पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन, मुजफ्फर हुसैन बेग और भारतीय जनता पार्टी के तीनों नेता बुधवार को ही दिल्ली आ चुके थे। डॉ. अब्दुल्ला सहित कुछ अन्य नेता गुरुवार को आएंगे।
उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू किए जाने के बाद पीएम मोदी ने राजनीतिक प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए पहली बार केंद्रशासित प्रदेश के मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के 14 नेताओं की बैठक बुलाई है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे।
पीडीपी और गुपकार के एजेंडे पर बात करेंगी महबूबा
इस बीच पीडीपी के वरिष्ठ नेता सैयद ताहिर ने कहा कि महबूबा बैठक में पांच अगस्त, 2019 से पहले की संवैधानिक स्थिति की बहाली, राजनीतिक कैदियों की रिहाई का मुद्दा उठाएंगी। जम्मू-कश्मीर में अगर स्थायी शांति बहाली करनी है तो संबंधित सभी पक्षों से बातचीत जरूरी है और यही बात वह बैठक में करेंगी। वह पीडीपी और पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) के एजेंडे पर बात करेंगी।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने फिर की बैठक
उधर डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ फिर बैठक की। बैठक में जम्मू संभाग के नेता भी शामिल हुए। बैठक के बाद पूर्व एमएलसी एवं जम्मू संभाग के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने कहा, ‘डॉ. अब्दुल्ला पीएम के साथ बैठक में जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे। वह इस क्षेत्र के सबसे कद्दावर नेता हैं, हमें उनमें पूरी आस्था है। जम्मू-कश्मीर को राज्य बनाए जाने और विधानसभा चुनाव कराए जाने पर नेकां की तरफ से जोर दिया जाएगा।’
राणा ने यह भी कहा कि चूंकि बैठक का एजेंडा तय नहीं है, इसलिए डॉ. अब्दुल्ला मौके पर कोई भी फैसला ले सकते हैं। पार्टी महासचिव अली मोहम्मद सागर ने कहा, ‘बैठक कामयाब रहेगी, हमें उम्मीद है जो हमारा था, हमें लौटाया जाएगा।’
बुखारी बोले – उम्मीद है, वादे पूरा करेंगे मोदी
जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन सैयद अल्ताफ बुखारी ने कहा, ‘अब गुरुवार का इंतजार कीजिए। हम जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक हितों के संरक्षण को सुनिश्चित बनाएंगे। हमें पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कश्मीर की जनता के साथ किए अपने वादों को पूरा करेंगे।’