पीएम मोदी वाराणसी में देंगे भारत-मॉरीशस रिश्तों को नई ऊंचाई, नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ करेंगे द्वपक्षीय वार्ता
वाराणसी, 29 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 11 सितम्बर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से भारत-मॉरीशस के रिश्तों को नई ऊंचाई देंगे। पीएण मोदी यहां मॉरीशस प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें दोनों देशों के बीच पारम्परिक रिश्तों को मजबूत करने के साथ ही आर्थिक और पर्यटन के मुद्दों पर निर्णय भी लिए जा सकते हैं।
वैश्विक टैरिफ वॉर के बीच दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की यह बैठक अहम है। अमेरिका द्वारा हाल ही में 50 फीसदी टैरिफ थोपने के बाद प्रधानमंत्री का बनारस में राष्ट्रीय नीति पर चर्चा करना विश्व को संदेश देने का प्रयास है। दरअसल, पीएम मोदी लगातार अपने रिश्ते एशिया सहित यूरोपीय देशों में मजबूत करने में जुटे हैं। उसी क्रम में यह बैठक प्रस्तावित है।
पीएम मोदी स्वदेशी उत्पादों की मार्केटिंग भी करेंगे
प्रधानमंत्री का 11 सितम्बर को ढाई से तीन घंटे का दौरा लगभग तय हो गया है। वह केवल मॉरीशस प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने आ रहे हैं। पीएम मोदी इस दौरान प्रधानमंत्री नवीनचंद्र के समक्ष स्वदेशी उत्पादों की मार्केटिंग भी करेंगे। इसके लिए ताज होटल में वाराणसी सहित पूरे प्रदेश के जीआई और ओडीओपी उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। प्रधानमंत्री इन उत्पादों को अपनी अर्थ व्यवस्था को रीढ़ मानते हैं और इनको मजबूत करने का उन्होंने काशी से ही आह्वान किया है।
सीएम योगी ने वाराणसी आकर लिया कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री का आगमन दोपहर में होगा। वह केवल ताज होटल में आयोजित बैठक में शामिल होने के बाद बाबतपुर एयरपोर्ट से दिल्ली लौट जाएंगे। दोनों प्रधानमंत्रियों की बैठक की तैयारियों को गति देने के लिए शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी भी वाराणसी आए। उन्होंने यहां बैठक में प्रधानमंत्री के स्वागत सहित अन्य कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की।
पीएम मोदी के साथ जापानी पीएम शिंजो आबे व फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों भी वाराणसी आ चुके हैं
उल्लेखनीय है कि इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा खुद करा चुके हैं। जापान की तरफ से तो रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर समेत काशी को कई उपहार भी मिल चुके हैं। एक बार फिर एक राष्ट्राध्यक्ष को अपनी काशी लेकर पीएम मोदी आ रहे हैं।
