वाराणसी : पीएम मोदी 13 जनवरी को गंगा विलास क्रूज को दिखाएंगे हरी झंडी, दुनिया की सबसे लंबी यात्रा पर निकलेगा जलयान
वाराणसी, 4 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आगामी 13 जनवरी को भव्य गंगा विलास क्रूज (जलयान) को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके साथ ही यह अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त यह जलयान दुनिया की सबसे लंबी यात्रा पर रवाना हो जाएगा। इस क्रूज का सफर वाराणसी से शुरू होकर बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ में समाप्त होगा।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पीएम मोदी क्रूज को वर्चुअल हरी दिखाएंगे या उनका वाराणसी आगमन होगा। फिलहाल स्थानीय प्रशासन की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। जलयान के स्वागत में बैलून महोत्सव का भी आयोजन किया जा सकता है।
कमिश्नर व जिलाधिकारी ने तैयारियों का लिया जाएजा
इस बीच बुधवार को वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने क्रूज की रवानगी के अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों के लिए की जा रही तैयारियों का अन्य अधिकारियों के साथ जायजा लिया और निरीक्षण के दौरान संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग और अंतरदेशीय जलमार्ग परिवहन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
50 दिनों में 33 विदेशी पर्यटक करेंगे 3200 किमी की सैर
गंगा विलास क्रूज कुल 3200 किमी. की दूरी तय करेगा। क्रूज द्वारा की जाने वाली यह दुनिया की सबसे लंबी यात्रा होगी। जर्मनी के एक और स्विट्जरलैंड के 32 यानी कुल 33 पर्यटकों को लेकर रवाना होने वाला जलयान 50 दिनों के सफर में भारत और बांग्लादेश के 27 रिवर सिस्टम से होकर गुजरेगा।
This is Ganga Vilas River luxury cruise from Kashi to Dibrugarh via Dhaka , total 4000 Km s in 50 days … Incredible India .. pic.twitter.com/1dxOzWkKHz
— Deepak kapoor IAS (@Deepakk75058621) January 3, 2023
भारत व बांग्लादेश के 27 रिवर सिस्टम से होकर गुजरेगा क्रूज
वास्तुशिल्प के लिहाज से अहम 50 से अधिक जगहों पर यह क्रूज रुकेगा, जिनमें विश्व विरासत स्थल भी शामिल हैं। यह जलयान राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी होकर गुजरेगा, जिनमें सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क भी शामिल हैं। इस परियोजना ने भारत व बांग्लादेश को दुनिया के रिवर क्रूज नक्शे पर ला दिया है।
डिब्रूगढ़ से चला जलयान 6 जनवरी को काशी पहुंचेगा
डिब्रूगढ़ से चले गंगा विलास जलयान को काशी तक पहुंचाने के लिए तीन पीपा पुलों को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। जहाजों के सुगम यातायात के लिए वाराणसी से डिब्रूगढ़ के बीच टर्मिनल बनाया गया है। जलमार्ग प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जयंत सिंह के मुताबिक गंगा विलास वाराणसी के पर्यटन को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा।
नदी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोलकाता से गत 22 दिसम्बर 2022 को 32 स्विस पर्यटकों को लेकर रवाना हुआ जलयान छह जनवरी को वाराणसी पहुंचेगा। ये स्विस पर्यटक सात से 10 जनवरी तक वाराणसी के पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे। पर्यटकों के स्वागत के लिए रामनगर टर्मिनल के अलावा विकल्प के तौर पर रविदास घाट व नमो घाट पर कार्यक्रम आयोजित कराने की तैयारी है।
गंगा विलास क्रूज में 5 स्टार होटल जैसी सुविधाएं
इस क्रूज की भव्यता का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है इसमें 5 स्टार होटल जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। 18 सुइट हैं, जो बेहद आलीशान है। यूपी सरकार के पर्यटन विभाग की डिप्टी डायरेक्टर प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि इस खास क्रूज में ओपन स्पेस बालकनी है, तो जिम, स्टडी रूम और लाइब्रेरी की सुविधा भी है। इस तरह से ये बेहद शानदार और खास है।
स्पा सैलून से लेकर ऑडिटोरियम तक उपलब्ध
इसमें स्पा सैलून सुविधा उपलब्ध है, तो चिकित्सा सुविधा भी। यहीं नहीं, मनोरंजन के लिए ऑडिटोरियम में बनाया गया है, तो सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए भी क्रूज पर काफी जगह है। इस क्रूज में एक साथ 80 सैलानी आ सकते हैं, तो 32 से ज्यादा क्रूज का स्टाफ भी इस पर रहेगा।