पीएम मोदी ने कर्नाटक में ‘दिल से दिल’ के बंधन के बारे में बात की, पूछा – ‘क्या मैं हिन्दी में बात कर सकता हूं’
दावणगेर (कर्नाटक), 28 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दक्षिणी राज्य कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां की। इस क्रम में शाम को दावणगेर में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके और कन्नडिगाओं के बीच ‘दिल से दिल का बंधन’ है। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या वह अनुवादक की मदद के बिना अपना भाषण केवल हिन्दी में दे सकते हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘क्या मैं आज हिन्दी में बात कर सकता हूं? मेरे पास आज कोई अनुवादक नहीं है क्योंकि मैं जानता हूं कि आपके मन में मेरे प्रति इतना प्यार है कि आपको समझने के लिए शब्दों की जरूरत नहीं है। हमारे बीच भाषा कभी बाधा नहीं बनी क्योंकि हमारे बीच दिल से रिश्ता है।’ इससे पहले दिन में पीएम मोदी ने बेलगावी और उत्तर कन्नड़ में दो बैक-टू-बैक रैलियों को भी संबोधित किया।
हुबली हत्याकांड को लेकर कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला
प्रधानमंत्री मोदी ने कमोबेश तीनों चुनावी रैलियों में हुबली हत्याकांड को लेकर सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोला और कहा कि कर्नाटक में कानून-व्यवस्था की स्थिति से पूरा देश चिंतित है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सरकार कर्नाटक को बर्बाद करने में लगी है। अपराध को नियंत्रित करने के बजाय, कांग्रेस असामाजिक और राष्ट्र-विरोधी मानसिकता को बढ़ावा दे रही है।’
‘पूरा देश इस बात से चिंतित है कि राज्य की एक बेटी के साथ क्या हुआ‘
उन्होंने कहा, ‘पूरा देश इस बात से चिंतित है कि राज्य की एक बेटी के साथ क्या हुआ। वे कर्नाटक में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। माता-पिता कर्नाटक में रहने वाली अपनी बेटियों के बारे में चिंतित हैं। यह कांग्रेस द्वारा किए गए पापों के कारण है। किसी को कॉलेज परिसर में किसी की हत्या करने की हिम्मत कैसे हो सकती है? जिन लोगों ने अपराध किया है, वे जानते हैं कि वोट बैंक के भूखे लोग उन्हें कुछ दिनों में बचा लेंगे।’
‘देश उन लोगों को अस्वीकार करेगा, जिन्होंने राम मंदिर का निमंत्रण अस्वीकार किया‘
पीएम मोदी ने इस वर्ष की शुरुआत में अयोध्या राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए भी कांग्रेस पार्टी की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (कांग्रेस नेताओं ने) राम मंदिर उद्घाटन के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया। देश उन लोगों को अस्वीकार कर देगा जिन्होंने राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया।’ गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान कर्नाटक की 14 संसदीय सीटों पर बीते शुक्रवार (26 अप्रैल) को मतदान हुआ। शेष सीटों पर सात मई को मतदान होगा। वोटों की गिनती चार जून को होगी।