जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी बोले – AI और डीपफेक समाज के लिए खतरा
नई दिल्ली, 22 नवम्बर। भारत की जी-20 अध्यक्षता के समापन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को जी-20 नेताओं के वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने सत्र के शुरुआती संबोधन में एक बार फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीपफेक के खतरों का जिक्र करते हुए कहा कि यह समाज के लिए खतरा है।
‘पूरी दुनिया में AI के नेगेटिव इस्तेमाल को लेकर चिंता बढ़ रही‘
पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन को अध्यक्षता करते हुए कहा, ‘पूरी दुनिया में AI के नेगेटिव इस्तेमाल को लेकर चिंता बढ़ रही है। भारत की स्पष्ट सोच है कि AI के वैश्विक रेगुलेशन को लेकर हमें मिलकर काम करना चाहिए। डीपफेक समाज और व्यक्ति के लिए कितना खतरनाक है इसकी गंभीरता को समझते हुए हमें आगे बढ़ना होगा…अगले महीने भारत में ग्लोबल एआई पार्टनरशिप समिट का आयोजन किया जा रहा है, मुझे उम्मीद है कि आप सब इसमें भी सहयोग देंगे।’
प्रधानमंत्री ने ग्लोबल साउथ का जिक्र करते हुए कहा, ’21वीं सदी के विश्व को आगे बढ़ते हुए ग्लोबल साउथ की चिंताओं को प्राथमिकता देनी होगी। ग्लोबल साउथ के देश ऐसी अनेक कठिनाइयों से गुजर रहे हैं, जिनके लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। समय की मांग है कि हम विकास एजेंडे को अपना पूर्ण समर्थन दें।’
आतंकवाद का भी जिक्र करते हुए बंधकों की रिहाई का स्वागत किया
पीएम मोदी ने इस वर्चुअल शिखर सम्मेलन में आतंकवाद का भी जिक्र करते हुए कहा, ‘हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है। नागरिकों की मौत कहीं भी हो, निंदनीय है। आज हुए बंधकों की रिहाई के समाचार का हम स्वागत करते हैं। मानवीय सहायता का समय से और निरंतर पहुंचना आवश्यक है। ये सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि इजराइल और हमास की लड़ाई किसी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब मैंने इस वर्चुअल समिट का प्रस्ताव रखा था, तब मुझे पूर्वानुमान नहीं था कि आज की वैश्विक स्थिति कैसी होगी। पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अस्थिरता और असुरक्षा की स्थिति हम सब के लिए चिंता का विषय है। आज हम सभी का एक साथ आना इस बात का प्रतीक है कि हम सभी मुद्दों के प्रति संवेदनशील हैं और इनके समाधान के लिए एक साथ खड़े हैं।’
उल्लेखनीय है कि पिछले ढाई माह में यह दूसरा मौका था, जब पीएम मोदी ने जी-20 देशों के नेताओं की मेजबानी की। नई दिल्ली में गत 10 सितम्बर को जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान ही प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि भारत उसकी जी-20 अध्यक्षता के समापन से पहले जी-20 नेताओं के वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा। उसी कड़ी में आज का आयोजन था।