कर्नाटक चुनाव : पीएम मोदी मोदी ने भाजपा प्रत्याशियों की सूची में विधायकों, सांसदों के बच्चों के नाम पर जताई आपत्ति
नई दिल्ली, 10 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कथित तौर पर भाजपा सांसदों और विधायक के बेटे-बेटियों को टिकट देने से नाराज बताए जा रहे हैं। इसी कारण भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची में एक या दो दिनों की और देरी होने का संभावना व्यक्त की जा रही है। बताया जा रहा है कि पीएम की नाराजगी को देखते हुए बनाई गई सूची की फिर से समीक्षा की जा रही है और उनमें शामिल कुछ प्रत्याशियों के नामों को बाहर कर उनकी जगह नए नामों को शामिल किया जा सकता है।
पार्टी के लिए दिन-लगे रहने वाले कार्यकर्ताओं को टिकट दजेने पर जोर
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत रविवार को भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा था कि वो मौजूदा विधायकों या सांसदों के बेटे-बेटियों को टिकट देने के पक्ष में नहीं हैं, बल्कि वह चाहते हैं कि पार्टी उन कार्यकर्ताओं को टिकट दे, जो पार्टी के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी के सख्त संदेश से बी.एस. येदियुरप्पा नाराज बताए जा रहे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी के विचार जानने के बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और संसदीय बोर्ड के सदस्य बीएस येदियुरप्पा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बीच में छोड़कर चले गए थे, जिसके बाद आशंका जताई जा रही थी कि येदियुरप्पा प्रधानमंत्री मोदी के सख्त संदेश से नाराज हैं। दरअसल, इसमें पेंच यह है कि अगर केंद्रीय चुनाव समिति पीएम मोदी के दिशा-निर्देश के अनुसार काम करेगी और नेताओं के बच्चों को टिकट नहीं देगी तो बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र का टिकट भी कटना लगभग तय हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि बीएस येदियुरप्पा इस कदर नाराज हैं कि जब पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह सहित वरिष्ठ नेताओं ने प्रत्याशियों के चयन पर चर्चा के लिए सोमवार को दोबारा बैठक बुलाई तो येदियुरप्पा उसमें भी शामिल नहीं हुए। हालांकि येदियुरप्पा की बैठक में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक भाजपा प्रमुख नलिन कुमार कटील और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी मौजूद थे।
फिलहाल टिकट वितरण को लेकर पीएम मोदी की सख्ती और येदियुरप्पा की कथित तौर पर नाराजगी के बाद दिल्ली में घटनाक्रम तेजी से बदलने लगे। सोमवार दोपहर होते-होते येदियुरप्पा ने जेपी नड्डा के साथ विशेष बैठक की और फिर बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए। इसके बाद भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व जेपी नड्डा की अगुआई में देर रात तक बैठकों में व्यस्त था।
येदियुरप्पा ने टिकट के लिए 15 समर्थकों की लिस्ट भी शीर्ष नेतृत्व को दी है
सूत्रों पर भरोसा करें तो येदियुरप्पा भाजपा शीर्ष नेतृत्व से न केवल अपने बेटे बीवाई विजयेंद्र के लिए शिकारीपुरा विधानसभा सीट से टिकट देने की मांग कर रहे हैं बल्कि उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को अपने 15 अन्य समर्थकों की भी लिस्ट पकड़ा दी है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय चुनाव समिति ने येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र के टिकट का फैसला प्रधानमंत्री मोदी पर छोड़ दिया है, लेकिन उनके 15 अन्य समर्थकों की लिस्ट को सिरे से खारिज कर दिया है।
येदियुरप्पा ने नाराजगी की खबरों का किया खंडन
हालांकि इस बीच येदियुरप्पा ने नाराजगी की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि वह चुनाव में अपने समर्थकों को टिकट न मिलने से न तो परेशान है और न नाराज। उन्होंने कहा, ‘मैं भला क्यों परेशान हूं। मैं तो हमेशा से सबसे खुश इंसान हूं। मेरा उद्देश्य केवल भाजपा को एक बार फिर कर्नाटक में सत्ता में लाना है।’