पीएम मोदी की चार्ल्स मिशेल और उर्सुला वान-डेर से बैठक : भारत-यूरोपीय संघ की मैत्री प्रगाढ़ करने पर बातचीत
रोम, 29 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच दिवसीय विदेश दौरे के पहले दिन गुरुवार को रोम में यूरोपीय नेताओं के साथ उपयोगी बातचीत के बीच अपने आधिकारिक कार्यकलापों की शुरुआत की। इस क्रम में उनकी सबसे पहली बैठक यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लिएन के साथ हुई।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी ट्वीट में दोनों नेताओं के साथ संयुक्त बैठक के दौरान बेहतर दुनिया की संरचना के उद्धेश्य से आर्थिक और लोगों के बीच सम्पर्क बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा हुई।
पीएम मोदी ने खुद एक ट्वीट में कहा, ‘यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लिएन के साथ शानदार मुलाकात रही। हमने विशेष रूप से व्यापार, वाणिज्य, संस्कृति और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में भारत-यूरोपीय संघ की दोस्ती को प्रगाढ़ करने पर व्यापक बातचीत की।’
रोम के पियाजा गांधी में भारतीय समुदाय लोगों ने संस्कृत मंत्रों के साथ प्रधानमंत्री @narendramodi का स्वागत किया।
पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात कर उनका अभिवादन किया। pic.twitter.com/XdcMKwONqp
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) October 29, 2021
महात्मा गांधी की प्रतिमा पर अर्पित की पुष्पांजलि
यूरोपीय यूनियन के दोनों नेताओं से बैठक के बाद पीए ममोदी पियाजा गांधी पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने ट्वीट में कहा, ‘मुझे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर मिला, जिनके आदर्श विश्व स्तर पर गूंजते हैं और दुनियाभर में लाखों लोगों को साहस और प्रेरणा प्रदान करते हैं।’
इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के साथ होगी द्विपक्षीय बैठक
प्रधानमंत्री मोदी आज ही शाम को इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। वह शुक्रवार से शुरू हो रहे 16वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भागीदारी करेंगे। शिखर सम्मेलन में जी-20 सदस्य देशों, यूरोपीय संघ और अन्य आमंत्रित देशों तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के राष्ट्राध्यक्ष भाग लेंगे।
‘जनता, पृथ्वी और समृद्धि’ विषय पर केंद्रित होगा जी-20 शिखर सम्मेलन
जी-20 शिखर सम्मेलन इस बार ‘जनता, पृथ्वी और समृद्धि’ विषय पर केंद्रित होगा, जिसमें वैश्विक अर्थव्यवस्था, कोविड महामारी से निबटने में स्वास्थ्य सुविधाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, अर्थव्यवस्थाओं की मजबूती, ऊर्जा, सतत विकास, खाद्य सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निबटने जैसे मुद्दों पर प्रमुख रूप से चर्चा होगी।