पीएम मोदी ने प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव का किया उद्घाटन, कहा – इससे भावी पीढ़ियों को मिलेगी प्रेरणा
अहमदाबाद, 14 दिसम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में बुधवार की शाम प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव का उद्घाटन किया। इस दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह आयोजन देश और दुनिया को आकर्षित करेगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रभावित और प्रेरित करेगा। उद्घाटन समारोह में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में चले जाइए, आपको प्रमुख स्वामी महाराज जी की दृष्टि का परिणाम दिखाई देगा। उन्होंने सुनिश्चित किया कि हमारे मंदिर आधुनिक हैं और वे हमारी परंपराओं को उजागर करते हैं। उनके जैसे महान लोगों और रामकृष्ण मिशन ने संत परंपरा को फिर से परिभाषित किया।
एक माह तक चलने वाले समारोह में 21 देशों के वीआईपी शिरकत करेंगे
स्वामी नारायण का जन्म शताब्दी समारोह 15 दिसंबर, 2022 से लेकर 15 जनवरी, 2023 तक मनाया जाएगा। इस महोत्सव में 21 देशों के वीआईपी भी भाग लेने वाले हैं, जिनमें 15 देशों के पीएम, डिप्टी पीएम और हजारों मंत्री शामिल हैं। इसके अलावा तीन लाख एनआरईआई भी मौजूद होंगे। प्रमुख स्वामी महाराज के जन्म शताब्दी वर्ष में दुनियाभर में लोग उनके जीवन और कार्यों का जश्न मना रहे हैं। एक माह तक चलने वाले विश्वव्यापी समारोह का समापन प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव में होगा, जिसकी मेजबानी बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर शाहीबाग द्वारा की जा रही है।
‘प्रमुख स्वामी महाराज के दिए पेन से आजतक नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करता हूं‘
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘2002 में चुनाव प्रचार के दौरान जब मैं राजकोट से प्रत्याशी था तो मुझे दो संतों ने एक डिब्बा दिया, जिसमें एक पेन था। उन्होंने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज जी ने भेजा है और कहा है कि आप इस पेन से नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करना। वहां से लेकर काशी तक यह प्रथा चली आ रही है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘यह आयोजन देश और दुनिया को आकर्षित करेगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रभावित और प्रेरित करेगा। 15 जनवरी तक दुनिया भर से लाखों लोग मेरे पितातुल्य स्वामी जी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिए यहां पधारने वाले हैं। UN में भी प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी समारोह मनाया गया।’
महोत्सव का खासियत
प्रमुख स्वामी नारायण स्वरुपदासजी का जन्म 1921 में हुआ था। इस महोत्सव में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से स्वामी नारायण संप्रदाय से जुड़े 50 लाख लोग आने वाले हैं। इसके लिए अबतक तकरीबन 90 फीसदी बुकिंग हो चुकी है। इस महोत्सव के लिए स्वामी नगर करीब 600 एकड़ में बनाया गया। इतना ही नहीं यहां लगभग 280 फीट का संत द्वार भी बनाया गया है। संत द्वार से एंट्री करते ही 30 फीट ऊंची प्रमुख स्वामी महाराज की प्रतिमा लगाई गई है।