अहमदाबाद/ नई दिल्ली, 19 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ से सर्वाधिक प्रभावित गुजरात के लिए बुधवार को एक हजार करोड़ रुपये की तात्कालिक आर्थिक मदद की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने ताउते की जद में आए सभी राज्यों में चक्रवात संबंधी घटनाओं में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये के मुआवजे का भी एलान किया।
पीएम मोदी ने पहले तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए गुजरात और केंद्र शासित क्षेत्र दीव के प्रभावित इलाकों का दिन में हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ आहूत एक समीक्षा बैठक की और फिर राहत संबंधी तत्काल गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के अनुसार पीएम ने कहा कि ताउते चक्रवात से पैदा हुई परिस्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार प्रभावित राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है और राज्य सरकारों की ओर से नुकसान का ब्योरा भेजे जाने के बाद उन्हें भी तत्काल केंद्रीय सहायता मुहैया कराई जाएगी। पीएम ने चक्रवाती तूफान से देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रभावित हुए लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए इस आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना भी जताई।
तूफान से मृतकों के परिजनों को मिलेंगे दो-दो लाख रुपये
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और केंद्रशासित प्रदेशों – दमन और दीव एवं दादर और नागर हवेली में चक्रवात के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिए जाने की घोषणा की। इसी क्रम में केंद्र सरकार एक अंतर-मंत्रालयी दल गुजरात भेजेगी, जो नुकसान का आकलन करेगी और उसकी रिपोर्ट के आधार पर गुजरात सरकार को और सहायता दी जाएगी।
इसके पूर्व दिन में पीएम मोदी सबसे पहले भावनगर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण के जरिए चक्रवात ताउते से प्रभावित अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। स्मरण रहे कि चक्रवात के कारण गिर सोमनाथ जिले के दीव और उना शहर के बीच सोमवार को जल भराव की स्थिति बन गई थी और इससे संपत्ति को भी खासा नुकसान पहुंचा है।
प्रभावित इलाकों का मुआयना करने के बाद प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक भी की, जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
गुजरात में चक्रवाती तूफान से 45 लोगों की मौत
बताया जा रहा है कि गुजरात में यह अब तक का सबसे भयावह चक्रवात था, जिसके कारण राज्य के तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। इस दौरान हुई घटनाओं में करीब 45 लोगों की मौत भी हुई है। मुख्यमंत्री रूपाणी ने मंगलवार को कहा था कि तूफान से 16,000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए जबकि 5,951 गांवों में बिजली चली गई।