पीएम मोदी गंगा आरती में शामिल हुए, गले में गमछा डाले बनारसी अंदाज में दिखे, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी मत्था टेका
वाराणसी, 18 जून। तीसरी बार देश की सत्ता संभालने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र की जनता से मुलाकात के लिए मंगलवार को वाराणसी दौरे पर आए नरेंद्र मोदी शाम को दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होने पहुंचे तो बनारसी अंदाज में गमछा उनके गले में दिखा। गंगा आरती में भाग लेने के बाद पीएम मोदी श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे, जहां महादेव के दरबार में उन्होंने शीश नवाया।
पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेहंदीगंज में किसान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करने के बाद मां गंगा का दर्शन और आशीर्वाद लेने दशाश्वमेध घाट पहुंचे। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘मुझे मां गंगा ने बुलाया है।’ इस बार वह बोले – ‘मुझे मां गंगा ने गोद ले लिया है।’ फिर देर शाम उसी मां गंगा की गोद में बैठकर वह आरती में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ ने साथ ही मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन भी किया। दोनों नेताओं ने घाट पर उमड़ी भीड़ का हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया। इसके पहले भी कई बार पीएम मोदी और सीएम योगी मां गंगा की आरती में शामिल होकर आस्था प्रकट कर चुके हैं।
पीएम, राज्यपाल, सीएम ने लिया भजन का आनंद
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घाट पर पहुंचते ही जनता ने ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष के साथ उनका अभिवादन किया। गंगा में बनीं खास फ्लोटिंग जेटी पर दोनों नेताओं ने मां गंगा का पूरे विधि विधान से पूजन व आरती की। पीएम, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी ने घाट की मणि पर बैठकर आरती के पहले भजन भी सुने।
इस दौरान प्रधानमंत्री ताली बजाते, भजन गुनगुनाते आस्था की गंगा में गोते लगाते मंत्रमुग्ध दिखे। देर तक हुए शंखनाद के बाद वह ताली बजाते हुए दिखे। अंत में सभी ने जयकार भी लगाया। भव्य महाआरती में सात की जगह नौ अर्चकों ने मां गंगा की आरती की व 18 देव कन्याओं ने इस महाआरती को भव्य रूप दिया।
पांचवीं बार गंगा आरती में शामिल हुए
सोमनाथ से बाबा विश्वनाथ की धरती पर आकर वर्ष 2014 में चुनाव जीतने के बाद पीएम मोदी दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध आरती में शामिल हुए थे। इसके बाद कई बार प्रधानमंत्री गंगा आरती में शामिल हो चुके हैं। तीसरी बार काशी से सांसद बनने व प्रधानमंत्री पद की हैट-ट्रिक लगाने के बाद पहली बार गंगा आरती में शामिल हुए। पीएम के स्वागत के लिए लगभग 10 कुंतल फूल मालाओं से दशाश्वमेध घाट को भव्य रूप से सजाया गया था। दीपों से घाट का कोना-कोना जगमग किया गया था। यह कुल पांचवां अवसर था, जब पीएम मोदी काशी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की आरती में पांचवीं बार हुए शामिल हुए।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी किया दर्शन-पूजन
गंगा आरती में भागीदारी के बाद पश्चात प्रधानमंत्री मोदी श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे, जहां उन्होंने गर्भगृह में जाकर षोडशोपचार पूजन किया और लोककल्याण की कामना की। मुख्य पुजारी ने पीएम मोदी को माला व अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया।
पूजन-अर्चन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी श्री काशी विश्वनाथ धाम में मौजूद रहे। सीएम योगी ने पीएम मोदी को स्मृति चिह्न भेंट किया। गौरतलब है कि पीएम के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने वाराणसी पहुंचे सीएम ने शुक्रवार को भी यहां दर्शन-पूजन किया था।