नो-फ्लाई जोन में डाले जाएंगे पाकिस्तान के विमान, समुद्री जहाज भी रोके जाने की तैयारी
नई दिल्ली, 29 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर में पहलगाम में बीते हफ्ते हुए आतंकी हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। दोनों देशों की सरकारों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ कई बड़े कदम उठाए गए हैं। इस बीच भारत सरकार पाकिस्तानी एयरलाइंस के लिए अपने एयरस्पेस को बंद करने पर विचार कर रही है।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी एयरलाइंस को भारतीय वायुक्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं देने पर भारत सरकार विचार कर रही है। इस फैसले के बाद पाकिस्तानी एयरलाइंस को दक्षिणपूर्व एशियाई देशों तक पहुंचने के लिए चीन और श्रीलंका के रास्ते जाना पड़ेगा। इसके साथ ही भारतीय बंदरगाहों पर पाकिस्तानी जहाजों के ठहरने पर भी प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा है।
पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए एयरस्पेस पहले ही बंद कर दिया था
हालांकि, पाकिस्तानी एयरलाइंस के विमान भारत की ओर से किसी तरह की काररवाई के डर से पहले से ही भारतीय वायुक्षेत्र में प्रवेश करने से बच रहे हैं। इससे पहले पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए एयरस्पेस बंद कर दिया था।
गौरतलब है कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी जबकि 17 घायल हुए थे। यह हमला पहलगाम की बैसरन घाटी में किया गया था, जिसमें आतंकियों ने चुन-चुनकर लोगों को निशाना बनाया था।
पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) ने सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया था। यह पहली बार है जब भारत की ओर से इतनी बड़ी और सख्त काररवाई की गई। भारत और पाकिस्तान के बीच तीन बड़ी जंग हो चुकी है, लेकिन पहले कभी भी इस संधि को स्थगित नहीं किया गया था।
कैबिनेट कमेटी की बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया था कि 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दी गई। यह रोक तब तक रहेगी, जब तक पाकिस्तान क्रॉस बॉर्डर टेरेरिज्म को अपना समर्थन देना बंद नहीं करता।
