
निवर्तमान सीएम आतिशी का दावा : दिल्ली में मंत्री पद को लेकर आपस में झगड़ रहे भाजपा नेता
नई दिल्ली, 14 फरवरी। दिल्ली की निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी ने शुक्रवार को दावा किया कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों में विभागों के आवंटन को लेकर ‘आंतरिक खींचतान’ मची है और वे सार्वजनिक धन के लालच में मंत्री पद को लेकर ‘झगड़’ रहे हैं।
भाजपा का चुनावी वादों को पूरा करने का कोई इरादा नहीं
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी (AAP) के कई दिग्गज नेताओं की पराजय से उलट कालकाजी सीट से जीत हासिल करने वालीं आतिशी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि भाजपा का अपने चुनाव घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा करने का कोई इरादा नहीं है।
आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा 10 साल में दिल्ली की मज़बूत की गई वित्तीय स्थिति पर AAP वरिष्ठ नेता @AtishiAAP जी की महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस। LIVE https://t.co/0SW2MFjwRW
— AAP (@AamAadmiParty) February 14, 2025
वादे पूरे करने में विफल रहने के लिए AAP को दोषी ठहराने की योजना बना रही
आतिशी ने कहा, “हमें अपने सूत्रों से पता चला है कि भाजपा वादे पूरे करने में विफल रहने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) को दोषी ठहराने की योजना बना रही है। उसके नेता दावा करेंगे कि दिल्ली सरकार के पास पिछली ‘आप’ सरकार के कारण पैसा नहीं है।’’
‘आप’ सरकार ने विरासत में मिले कर्ज को भी चुका दिया है
उन्होंने ‘आप’ सरकार के वित्तीय ‘ट्रैक रिकॉर्ड’ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दिल्ली का बजट 2014-15 में 31,000 करोड़ रुपये था, जो 2024-25 में बढ़कर 77,000 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले 10 वर्षों में दिल्ली का बजट 2.5 गुना बढ़ गया है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछली कांग्रेस सरकार से विरासत में मिले कर्ज को भी चुका दिया है।’ आतिशी ने मांग की कि भाजपा बिना किसी देरी के अपने सभी वादों को लागू करे, विशेष रूप से महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह देने का वादा।
दिलचस्प यह है कि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाली भाजपा ने अब तक अपने मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद की घोषणा नहीं की है। पार्टी ने 48 सीट जीतीं जबकि ‘आप’ 22 सीटों पर सिमट गई, जो 2020 की 62 सीटों की तुलना में काफी कम हैं।