शेयर बाजार में हाहाकार : सेंसेक्स व निफ्टी में 18 माह में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट
मुंबई, 17 जनवरी। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार में कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन बुधवार को हाहाकार मच गया। इसकी अगुआई बैंकिंग सेक्टर ने की, जहां एचडीएफसी बैंक के तीसरी तिमाही के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण सर्वाधिक गिरावट रही। कुल मिलाकर इक्विटी बेंचमार्क यानी सेंसेक्स व निफ्टी 18 माह में एक दिनी की सबसे बड़ी गिरावट देखने के बाद बंद हुए।
सेंसेक्स में 1,628.01 अंक या 2.23 प्रतिशत की गिरावट
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1,628.01 अंक या 2.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 71,500.76 पर बंद हुआ। बीते सोमवार को इतिहास का उच्चतम स्तर (73,427.59) देखने वाला सेंसेक्स दिन के कारोबार के दौरान 71,429.30 अंक तक जा गिरा था।
निफ्टी 460.35 अंक गिरकर 21,571.95 के स्तर पर बंद
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी 460.35 अंक या 2.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,571.95 अंक पर बंद हुआ। 24 घंटे पूर्व (मंगलवार को) अब तक का उच्चतम स्तर (22,124.15) छूने वाला निफ्टी दिन के कारोबार के दौरान 21,550.45 अंक तक जा गिरा था। वस्तुत: जून, 2022 के बाद भारतीय शेयर बाजार में यह एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट थी।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के इस निर्णय ने बाजार में बढ़ाई हलचल
दरअसल, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के गवर्नर क्रिस्टोफर वालर की टिप्पणियों ने मार्च दर में कटौती की उम्मीदों को कम कर दिया, जिससे 10 वर्ष के ट्रेजरी यील्ड और डॉलर इंडेक्स में बढ़ोतरी हुई और बाजार में हलचल मच गई। कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण घरेलू बाजार गिरावट के साथ खुला और दिन चढ़ने के साथ बिकवाली का दबाव बढ़ता गया। सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों ने कुछ समर्थन प्रदान किया, अन्यथा सभी सेक्टरों में गिरावट देखने को मिली।
HDFC बैंक में सर्वाधिक 8.2 फीसदी की गिरावट रही
बैंकिंग सेक्टर की बात करें तो एचडीएफसी बैंक सर्वाधिक 8.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। यह 30 मार्च, 2020 के बाद से इसकी सबसे तेज गिरावट है। हैवीवेट की मार ने पूरे बैंकिंग क्षेत्र को प्रभावित किया और सभी 12 बैंक निफ्टी स्टॉक लाल रंग में बंद हुए।
बैंक निफ्टी में लगभग दो वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट
इस क्रम में बैंक निफ्टी 2060.70 अंक यानी 4.28 फीसदी की गिरावट के साथ एक महीने के निचले स्तर 46,064.40 पर फिसल गया, जो लगभग दो वर्षों में इसकी सबसे बड़ी गिरावट है।
निफ्टी में सबसे ज्यादा गिरावट एचडीएफसी बैंक, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज में हुई, जबकि लाभ में एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इन्फोसिस, एलटीआईमाइंडट्री और टीसीएस रहे।
निवेशकों को एक दिन में 4.55 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
सेक्टरों में आईटी को छोड़कर सभी सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। ऑटो, मेटल, ऑयल एंड गैस रियल्टी में 1-2 फीसदी की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक-एक प्रतिशत की गिरावट आई। इस गिरावट से निवेशकों को 4.55 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ क्योंकि बीएसई का बाजार पूंजीकरण पिछले सत्र के 374.95 लाख करोड़ रुपये से घटकर 370.39 लाख करोड़ रुपये हो गया।