नई दिल्ली, 8 फरवरी। केंद्र सरकार ने बुधवार को बताया कि भूकंप प्रभावित तुर्की में एक भारतीय लापता है, जिसके परिवार से विदेश मंत्रालय ने संपर्क बनाए रखा है। हालांकि सुदूर क्षेत्रों में फंसे 10 अन्य भारतीय सुरक्षित हैं।
विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने मीडिया को बताया, ‘हमने तुर्की के अदाना में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। 10 भारतीय प्रभावित क्षेत्रों के सुदूर हिस्सों में फंसे हुए हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। लेकिन व्यापारिक यात्रा पर गया एक भारतीय लापता है। हम उनके परिवार और बेंगलुरु की उस कम्पनी के संपर्क में हैं, जहां वह नौकरी करते हैं।’
संजय वर्मा ने कहा, ‘1939 के बाद से तुर्की में आई यह सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा है। हमें सहायता के लिए तुर्की की ओर से एक ईमेल प्राप्त हुआ और बैठक के 12 घंटे के भीतर, दिल्ली से तुर्की के लिए पहली एसएआर उड़ानें रवाना हुईं। इसके बाद चार ऐसी उड़ानें (तुर्की भेजी गईं), जिनमें से दो एनडीआरएफ की टीमों को ले जा रही थीं और दो में मेडिकल टीमें थीं। चिकित्सा आपूर्ति और उपकरण ले जाने वाला एक विमान सीरिया भेजा गया।’
This field hospital in Hatay, Türkiye will treat those affected by the earthquake.
Our team of medical & critical care specialists and equipment are preparing to treat emergencies. #OperationDost https://t.co/YVwxfJoJEf pic.twitter.com/bIsNxWxkHf
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 8, 2023
यह पूछे जाने पर कि सीरिया पर अमेरिकी प्रतिबंध मानवीय सहायता को प्रभावित करेंगे, उन्होंने कहा, “हम ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के जी20 मंत्र का पालन कर रहे हैं। प्रतिबंधों में ऐसी मानवीय सहायता शामिल नहीं है। हमने सीरिया को छह टन चिकित्सा सहायता भेजी है।’
Operation Dost!
India delivers critical emergency aid to Syria. pic.twitter.com/HnalbEMEoN
— Shobha Karandlaje (@ShobhaBJP) February 8, 2023
तुर्की और सीरिया में मृतकों की संख्या 11,000 के पार पहुंची
गौरतलब है कि तुर्की और सीरिया में पिछले दिनों आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या 11,000 पार कर चुकी है। अब भी यह आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन भूकंप प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल तुर्की में मरने वालों की संख्या 8,500 पार कर गई है। जापान में 2011 में आए भूकंप के बाद से यह सबसे घातक भूकंपीय घटना है। तब भूकंप के बाद सुनामी आई थी, जिसमें लगभग 20,000 लोग मारे गए थे।