विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने जताया विश्वास – ‘भाजपा को फिर आशीर्वाद देगा हरियाणा’
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव में तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी की जीत का विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के देशभक्त लोग कांग्रेस की विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति को कभी-भी स्वीकार नहीं करेंगे। पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने हरियाणा के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए लगातार काम किया है।
सोशल मीडिया पर सिलसिलेवार पोस्ट में कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना
हरियाणा विधानसभा में चुनाव प्रचार थमने से पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सिलसिलेवार तरीके से एक के बाद एक कई पोस्ट किए और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ‘अब से कुछ देर में हरियाणा विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा। बीते कुछ दिनों में मैंने पूरे राज्य की यात्रा की है। मैंने लोगों का जो उत्साह देखा है, उसे देखकर मुझे ये पक्का विश्वास है कि हरियाणा के लोग भाजपा को फिर अपना आशीर्वाद देने वाले हैं। हरियाणा के देशभक्त लोग, कांग्रेस की विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।’
अब से कुछ देर में हरियाणा विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा। बीते कुछ दिनों में मैंने पूरे राज्य की यात्रा की है। मैंने लोगों का जो उत्साह देखा है, उसे देखकर मुझे ये पक्का विश्वास है कि हरियाणा के लोग भाजपा को फिर अपना आशीर्वाद देने वाले हैं। हरियाणा के देशभक्त लोग,…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 3, 2024
‘हम हरियाणा को कांग्रेस के घोटालों व दंगों वाले दौर से बाहर निकालकर लाए हैं‘
उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने हरियाणा के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए लगातार काम किया है। हमने सभी वर्गों के कल्याण को प्राथमिकता दी है। किसान हों, युवा हों, महिलाएं हों, गांव और शहरों का विकास हो, हमने कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। हम हरियाणा को कांग्रेस के घोटालों और दंगों वाले दौर से बाहर निकालकर लाए हैं।’
‘लोग आज हिमाचल से कर्नाटक तक कांग्रेस सरकारों की विफलता देख रहे‘
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘हरियाणा की जनता-जनार्दन जानती है कि कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार, जातिवाद, सांप्रदायिकता और भाई-भतीजावाद की गारंटी है। बापू-बेटे की राजनीति का मूल उद्देश्य सिर्फ स्वार्थ है। कांग्रेस यानी दलाल और दामाद का सिंडिकेट… लोग आज हिमाचल से कर्नाटक तक कांग्रेस सरकारों की विफलता भी देख रहे हैं। कांग्रेस की नीतियां, लोगों को तबाह करती हैं। इसलिए हरियाणा के लोग कांग्रेस को बिल्कुल नहीं चाहते हैं।’
‘जनता जानती है कि कांग्रेस कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती‘
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हरियाणा की जनता यह जानती है कि कांग्रेस कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती। हरियाणा के लोग देख रहे हैं कि कैसे कांग्रेस के नेता आपस में लड़ रहे हैं। ये हाल तब है, जब ये विपक्ष में हैं। हरियाणा के लोगों को इस बात से भी चोट पहुंच रही है कि दिल्ली और हरियाणा में बैठे दो खास परिवारों के इशारे पर पूरा हरियाणा अपमानित हो रहा है।’
हरियाणा की गली-गली से एक ही आवाज – ‘भरोसा दिल से, भाजपा फिर से‘
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के नेताओं ने आरक्षण खत्म करने का बयान देकर अपने इरादे जता दिए हैं। हरियाणा का पिछड़ा और दलित समुदाय जातिगत हिंसा रोकने में विफल रहने पर पहले से ही कांग्रेस से नाराज चल रहा है, इसलिए लोगों ने कांग्रेस को फिर कड़ी सजा देने का मन बना लिया है। हरियाणा की गली-गली से एक ही आवाज आ रही है – भरोसा दिल से, भाजपा फिर से।’
हरियाणा के मतदाताओं से भाजपा को आशीर्वाद देने की अपील
पीएम मोदी ने यह भी कहा, ‘आज पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं। दुनिया, भारत की ओर बहुत आशा और उम्मीद से देख रही है। ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हरियाणा के लोग एक ऐसी सरकार चुनें, जो भारत को मजबूती देने की दिशा में प्रयास करे। कांग्रेस कभी देश को मजबूत नहीं बना सकती, इसलिए मैं हरियाणा के अपने मतदाताओं से ये आग्रह करता हूं कि वे फिर से भाजपा को अपना आशीर्वाद जरूर दें।’
90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को होगा मतदान
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को एक चरण में मतदान होना है, जिसके पहले आज शाम प्रचार अभियान समाप्त हो गया। जम्मू-कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान गत एक अक्टूबर को ही समाप्त हो चुका है। दोनों राज्यों में आठ अक्टूबर को मतगणना होगी।
भाजपा ने 2019 में दुष्यंत की जेजेपी के साथ मिलकर बनाई थी सरकार
वर्ष 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा 40 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई थी जबकि कांग्रेस ने 30 सीटें जीती थीं। बहुमत का आंकड़ा न छू पाने के बाद भाजपा ने दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी से गठबंधन कर सरकार बनाई थी।