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प्रवासी भारतीय दिवस पर पीएम मोदी ने कहा- भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं बल्कि ‘बुद्ध’ में निहित है

प्रवासी भारतीय दिवस पर पीएम मोदी ने कहा- भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं बल्कि ‘बुद्ध’ में निहित है

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भुवनेश्वर, 9 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि विश्व आज भारत की बात सुनता है और देश अपनी विरासत के कारण अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह बताने में सक्षम है कि भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं, बल्कि ‘बुद्ध’ में निहित है। भुवनेश्वर में आयोजित ‘18वें प्रवासी भारतीय दिवस-2025’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत सिर्फ लोकतंत्र की जननी ही नहीं है बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा है।

उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत को सुनती है, जो न केवल अपने विचार रखता है बल्कि ‘ग्लोबल साउथ’ के विचार भी पेश करता है। ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है। मोदी ने कहा, ‘‘अपनी विरासत की ताकत के कारण ही भारत दुनिया को यह बताने में सक्षम है कि भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं, बल्कि ‘बुद्ध’ (शांति) में निहित है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम संकट की स्थिति में अपने प्रवासी समुदाय की मदद करना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, चाहे वे कहीं भी हों।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि 1947 में भारत की आजादी में प्रवासी भारतीयों ने अहम भूमिका निभाई थी और अब 2047 तक देश को विकसित बनाने का लक्ष्य है।

उन्होंने इस लक्ष्य में प्रवासी भारतीय समुदाय से मदद का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत न केवल युवा देश है बल्कि कुशल युवाओं का देश भी है। मोदी ने दुनिया भर में कुशल कामगारों की मांग का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि जब भी भारतीय युवा विदेश जाएं, तो वे अपने साथ कौशल लेकर जाएं।’’

उन्होंने भारत में आयोजित सफल जी-20 सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया को देश की विविधता का प्रत्यक्ष अनुभव कराने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों में जी-20 बैठकें आयोजित की गईं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें विविधता सीखने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारा जीवन विविधता से भरा है।’’ प्रधानमंत्री ने भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए कहा, ‘‘मैंने हमेशा प्रवासी समुदाय को भारत का राजदूत माना है।’’

उन्होंने कहा कि भारत अब ‘विश्व बंधु’ के रूप में जाना जाता है, इसे और मजबूत करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ‘18वें प्रवासी भारतीय दिवस-2025’ का उद्घाटन करने के लिए बृहस्पतिवार को यहां जनता मैदान पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान वह चार प्रदर्शनियों का उद्घाटन भी करेंगे। इसके बाद वह केंद्र तथा राज्य के मंत्रालयों व विभागों की प्रदर्शनियों और प्रचार स्टॉल का अवलोकन करेंगे।

प्रवासी भारतीय दिवस का 18वां संस्करण आठ जनवरी से 10 जनवरी तक विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का विषय ‘विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ है।

सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करने के अलावा, प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को रिमोट के माध्यम से हरी झंडी दिखाई। दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली यह सेवा भारतीय प्रवासियों के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन है जो तीन सप्ताह तक उन्हें भारत के कई पर्यटन और धार्मिक स्थलों का सफर कराएगी।

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