नई दिल्ली, 28 अक्टूबर। वर्ष 2022 की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीए) के लिए प्रस्तावित बड़ी नीलामी से पहले पुरानी आठ फ्रेंचाइजी टीमों को अधिकतम चार खिलाड़ियों को बरकरार रखने (रिटेन करने) की अनुमति दी गई है। आईपीएल संचालन परिषद ने इसी सप्ताह फ्रेंचाइजी टीमों के सामने इन नियमों को स्पष्ट किया।
लखनऊ और अहमदाबाद के जुड़ने से अगले वर्ष आईपीएल में उतरेंगी कुल 10 टीमें
गौरतलब है कि अगले वर्ष प्रतिभागी टीमों की संख्या आठ की बजाय 10 होगी। इनमें लखनऊ और अहमदाबाद के रूप में दो नई टीमें जुड़ी हैं। नीलामी नियमों के तहत रिटेन किए गए खिलाड़ियों की सूची को अंतिम रूप दिए जाने के बाद नीलामी से पहले दो नई फ्रेंचाइजी टीमों को बचे पूल में से तीन-तीन खिलाड़ियों को जोड़ने की छूट रहेगी।
नीलामी के लिए टीमों के पास लगभग 90 करोड़ रुपये का पर्स
क्रिकेट की वैश्विक वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार आईपीएल 2022 की इस बड़ी नीलामी की कोई तारीख अभी नहीं आई है। फिलहाल इस नीलामी के लिए फ्रेंचाइजी टीमों के पास लगभग 90 करोड़ रुपये (1.20 करोड़ अमेरिकी डॉलर) का पर्स होगा, जो 2021 की नीलामी राशि (85 करोड़) से तनिक अधिक है।
पुरानी फ्रेंचाइजी टीमें चार खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए दो अलग-अलग संयोजन अपना सकती हैं। मसलन, तीन भारतीय और एक विदेशी अथवा दो भारतीय और दो विदेशी। बरकरार रखे जाने वाले तीन भारतीय खिलाड़ियों में वे खिलाड़ी भी हो सकते हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कभी भी भारत के लिए नहीं खेला हो। उसी हिसाब से ही अलग-अलग टीमों के लिए रिटेन होने वाले विदेशी खिलाड़ियों की संख्या भी एक या दो निर्धारित होगी।
इस बार टीमों के पास राइट टू मैच कार्ड नहीं होगा
2018 की बड़ी नीलामी के विपरीत इस बार आईपीएल टीमों के पास राइट टू मैच कार्ड नहीं होगा, जिसका प्रयोग कर कोई भी टीम अपने पुराने खिलाड़ियों को नीलामी के बाद भी प्राप्त कर सकती थी।
नई फ्रेंचाइजी को दो भारतीय और एक विदेशी खिलाड़ी जोड़ने की छूट होगी
लखनऊ और अहमदाबाद की नई फ्रेंचाइजी को दो भारतीय और एक विदेशी खिलाड़ी साथ जोड़ने की छूट होगी, बशर्ते वे खिलाड़ी किसी दूसरी आईपीएल टीम के द्वारा रिटेन नहीं किए गए हों।
गौरतलब है कि बीते सोमवार को दुबई में हुई बोली प्रक्रिया के दौरान आईपीएल 2022 में लखनऊ और अहमदाबाद शहर से दो नई टीमों को जोड़ने का फैसला किया गया था। आरपी संजीव गोयनका ग्रुप (आरपीएसजी) और सीवीसी ग्रुप ने लखनऊ और अहमदाबाद की टीमों को क्रमशः 7,000 करोड़ और 5,200 करोड़ रूपये में खरीदा है।
खिलाड़ियों के पास भी रहेगा विकल्प
इसी क्रम में यह खिलाड़ियों पर भी निर्भर करेगा कि वे अपनी टीम के द्वारा रिटेन होना चाहते हैं या नहीं। अगर कोई खिलाड़ी नीलामी के लिए जाना चाहता है तो उसे छूट होगी। हालांकि अब भी आईपीएल को रिटेनशिप नियमों की घोषणा करनी है, लेकिन समझा जा रहा है कि रिटेन होने वाले खिलाड़ियों के नाम देने की समय सीमा इसी महीने के अंत तक होगी।
इसके पूर्व वर्ष 2018 में जब बड़ी नीलामी हुई थी, तब टीमों को पर्स में 80 करोड़ रुपये दिए गए थे, इनमें से टीमें अधिकतम 33 करोड़ रुपये ही रिटेन किए गए खिलाड़ियों पर खर्च कर सकती थी। उस समय रिटेनशिप और राइट टू मैच कार्ड द्वारा अधिकतम पांच खिलाड़ियों को वापस रखा जा सकता था।