महाराष्ट्र में अब एनसीपी ने फंसाया पेच, सरकार में शिवसेना के बराबर प्रतिनिधित्व मांगा
मुंबई, 3 दिसम्बर। महाराष्ट्र में महायुति सरकार के गठन और शपथ ग्रहण समारोह से पहले अजित पवार की अगुआई वाले सहयोगी दल एनसीपी ने भी यह मांग रखकर पेच फंसा दिया है कि उसे एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बराबर सरकार में प्रतिनिधित्व चाहिए।
छगन भुजबल बोले – चुनाव में एनसीपी का स्ट्राइक रेट शिवसेना से बेहतर
एनसीपी नेता छगन भुजबल ने हालिया विधानसभा चुनाव में बेहतर स्ट्राइक रेट का हवाला देते हुए कहा है कि उनकी पार्टी नई सरकार में एकनाथ शिंदे के पार्टी के बराबर हिस्सेदारी से कम पर नहीं मानेगी। उन्होंने मंगलवार को कहा, ‘यदि हम अपने गठबंधन में स्ट्राइक रेट देखें तो भाजपा पहले नंबर पर है और दादा (अजित पवार) की एनसीपी दूसरे नंबर जबकि शिंदे की सेना तीसरे नंबर पर है। इसलिए हमारी मांग है कि सरकार में हमें भी शिंदे सेना के बराबर जगह मिले।’
उल्लेखनीय है कि हालिया विधानसभा चुनाव में स्ट्राइक रेट का हवाला देकर छगन भुजबल ने पहले अजित पवार के लिए सीएम की कुर्सी मांगी थी। 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 132 सीटों पर जीत मिली है। उसने 148 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस लिहाज से भाजपा का स्ट्राइक रेट 88.5 फीसदी रहा, जबकि 59 सीटों पर चुनाव लड़कर 41 सीटें जीतने वाली एनसीपी का स्ट्राइक रेट 69.5 फीसदी रही। एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 56 पर जीत दर्ज की थी। उसका स्ट्राइक रेट 70.4 फीसदी रहा।
फिलहाल सियासी दांवपेच के बीच नई सरकार पांच दिसम्बर को शपथ लेगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन महायुति गठबंधन ने अब तक किसी नाम की घोषणा नहीं की है। राज्य भाजपा विधायक दल की बैठक बुधवार (चार दिसम्बर) को होगी, जिसमें माना जा रहा है कि फडणवीस के नाम पर मुहर लगेगी।
यह भी तय है कि नई सरकार में अजित पवार उप मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन एकनाथ शिंदे को लेकर अब तक तय नहीं हो सका है कि उनकी भूमिका क्या होगी। इस पर संशय जारी है। विभागों और मंत्रियों की संख्या को लेकर भी अंदरूनी खींचतान की खबरे लगातार सामने आ रही हैं। शिवसेना नेताओं ने सोमवार को कहा था कि गठबंधन राजनीति की ‘परंपरा’ के अनुसार, यदि मुख्यमंत्री पद भाजपा को मिलता है तो उनकी पार्टी को गृह विभाग मिलना चाहिए।