जम्मू-कश्मीर : सुरक्षा बलों का अभियान तेज, एक हफ्ते में मारे जा चुके हैं नौ आतंकी
श्रीनगर, 14 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ महीनों से आम नागरिकों पर हो रहे आंतकी हमलों से विचलित भारतीय सुरक्षा बलों ने भी अपनी रणनीति बदली और ऑलआउट ऑपरेशन के नए चरण में पिछले एक हफ्ते के अंदर अब तक घाटी में नौ शीर्ष आंतकवादियों को ढेर करने में कामयाबी पाई है।
सुरक्षा बलों के इस इस नए अभियान में मारे गए आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन, जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा और द रसिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) के सदस्य थे। ये अलग-अलग आतंकी घटनाओं में शामिल थे। इन घटनाओं में सुरक्षा बल के जवानों और आम नागरिकों को निशाना बनाया गया था।
12 अक्टूबर को ढेर किए गए सबसे ज्यादा 5 आतंकी
सुरक्षा बलों ने हाल के महीनों में सबसे बड़ा अभियान तो 11 अक्टूबर से शुरू किया, जब जम्मू संभाग के पुंछ जिले में आतंकियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक जेसीओ (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) और चार जवान शहीद हो गए थे।
इस अभियान में सुरक्षा बलों ने शोपियां में आतंकियों के एक समूह को घेरा और 12 अक्टूबर की सुबह तक दो अलग-अलग स्थानों पर पांच आतंकियों को मार गिराया। इन आतंकियों में दानिश हुसैन डार, यावर हसन नाइको और मुख्तार अहमद शाह एक स्थान पर मारे गए जबकि शोपियां के ही फेरारीपुरा में खुबैब अहमद नेंगरू और उबेद अहमद डार को एक साथ ढेर किया गया।
इसी क्रम में सुरक्षा बलों ने आठ अक्टूबर को श्रीनगर के नातिपोरा में अकीब बशीर को मारा था। शोपियां का रहने वाले बशीर कई आतंकी घटनाओं में शामिल होने के स्थानीय युवाओं को आतंकवादी रैंक में शामिल होने के लिए प्रेरित करता था।
सुरक्षा बलों ने 11 अक्टूबर को इम्तियाज अहमद डार को बांदिपोरा और उसी दिन यावर गनी डार को अनंतनाग में मार गिराया। 13 अक्टूबर बुधवार को भी सैन्य अभियान जारी रहा और जैश ए मोहम्मद से जुड़ा ए कैटेगरी का आतंकी शमशीन अहमद सोफी अवंतीपुरा में मारा गया। वह भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुका था और युवाओं को आतंकवादी बनने के लिए प्रेरित करता था।