नई दिल्ली, 27 अप्रैल। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने पहलगाम आतंकी हमले की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में NIA की टीमें उन चश्मदीदों से पूछताछ रही हैं, जिन्होंने इस भयानक हमले को अपनी आंखों से देखा था और शुरुआती जांच में जांच एजेंसी को अहम सबूत मिले हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ के अलावा एनआईए की टीम आतंकवादियों के बारे में सुराग हासिल करने के लिए उनके प्रवेश और जाने वाली जगहों की गहन जांच कर रही हैं। इस काम के लिए एनआईए फॉरेंसिक समेत अन्य विशेषज्ञों की मदद भी ले रही है। टीम आतंकवादी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए सबूत जुटाने में लगी है।
एक शख्स ने पेड़ पर चढ़कर पूरे आतंकी हमले को रिकॉर्ड किया
समाचार चैनल ‘आजतक’ के अनुसार एनआईए की टीम को ऐसा गवाह मिला है, जिसने एक पेड़ पर चढ़कर पूरे आतंकी हमले को रिकॉर्ड कर लिया है। एनआईए का कहना है कि इससे आतंकियों के बारे में अहम सुराग मिल सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार रिकॉर्डिंग के अनुसार हमले से कुछ समय पहले दो आतंकवादी दुकानों के पीछे छिपे हुए थे। इसके बाद आतंकी बाहर आए, आतंकियों ने लोगों से कलमा पढ़ने को कहा, अचानक से गोलीबारी शुरू कर दी। हमले में चार लोगों को मौके पर ही मौत हो गई। पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई।
केंद्र को सावधानी से कदम उठाना चाहिए – महबूबा
इस बीच जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि केंद्र को सावधानी से कदम उठाना चाहिए ताकि निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े। सोशल मीडिया एक्स पर मुफ्ती ने कहा, ‘भारत सरकार को हाल में पहलगाम हमले के बाद सावधानी से काम लेना चाहिए और आतंकवादियों तथा नागरिकों के बीच अंतर करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि आतंकवादियों के खिलाफ काररवाई के दौरान निर्दोष लोगों, खासकर आतंकवाद का विरोध करने वाले किसी भी तरह से प्रभावित न हों।
