नई दिल्ली, 11 दिसम्बर। पिनाक एक्सटेंडेड रेंज (पिनाक विस्तृत मारक ), एरिया डिनायल म्यूनिशंस (एडीएम) और न्यू इंडीजिनस फ्यूज़ (नव स्वदेशी विस्फोटक) का विभिन्न परीक्षण स्थलों पर सफल परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि पिनाक ईआर मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का पोखरण रेंज में सफल परीक्षण किया गया। इस प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रयोगशालाओं, पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना (एआरडीई) तथा उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल) ने संयुक्त रूप से डिजाइन किया है।
मंत्रालय ने कहा, “पिनाक की विस्तरित मारक क्षमता तय हो जाने के बाद डीआरडीओ ने इस प्रणाली की प्रौद्योगिकी को उद्योग को हस्तांतरित कर दिया। उद्योग साझीदार ने उक्त पिनाक एमके-1 रॉकेट का निर्माण किया। उत्पादन और गुणवत्ता पालन के लिये डीआरडीओ ने पूरा सहयोग किया है।” मंत्रालय ने कहा कि प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की निरंतरता के मद्देनजर उद्योग द्वारा विकसित रॉकेटों को क्षमता मूल्यांकन और गुणवत्ता प्रमाणीकरण प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।
डीआरडीओ की डिजाइन टीम ने इसके उत्पादन, गुणवत्ता पालन और थोक उत्पादन के समन्वय में सहयोग किया। इसके अलावा प्रणाली की गुणवत्ता की जांच के लिये नियुक्त एजेंसी ने भी सहयोग किया है। सेना के साथ डीआरडीओ ने पिछले तीन दिनों के दौरान फील्ड फायरिंग रेंज में उद्योग द्वारा उत्पादित इन रॉकेटों की मारक क्षमता का मूल्यांकन किया। इस दौरान उन्नत मारक क्षमता वाले पिनाक रॉकेटों का परीक्षण विभिन्न विस्फोटक क्षमताओं के साथ भिन्न-भिन्न दूरी से किया गया। सारे परीक्षण लक्ष्यों की पूर्ति संतोषजनक रही।
मंत्रालय ने बताया कि विभिन्न दूरियों से 24 रॉकेटों को विस्फोटक क्षमताओं के साथ दागा गया और सबने पूरी सटीकता तथा स्थिरता के साथ लक्ष्य को भेदा। मंत्रालय ने कहा, “इसके साथ ही उद्योग साझीदार द्वारा पिनाक-ईआर की प्रौद्योगिकी के शुरुआती चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। इसके निर्माण में उद्योग भी सफल रहा। अब उद्योग साझीदार रॉकेट प्रणाली की पूरी श्रृंखला के उत्पादन के लिये तैयार है।”