भोपाल, 1 नवम्बर। मध्य प्रदेश के 66 वें स्थापना दिवस पर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि हमारा प्राणों से प्यारा प्रदेश विकास पथ पर तीव्रतम गति से गतिमान हो, हम सब मिलकर प्रदेश की प्रगति और उन्नति में योगदान दें। आइये, नवनिर्माण में जुट जायें।
शिवराज चौहान ने अपने ट्वीट के माध्यम से बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के प्रत्येक बेटा-बेटी शिक्षित होकर अपने सपनों को साकार करें, इसके लिए वे इनकी राह में आने वाली धनाभाव की बाधाओं को दूर करने के लिए जनकल्याण (संबल) योजना के माध्यम से प्रयासरत हैं। सबको शिक्षा, रोजगार के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, ताकि नागरिकों का जीवन सानंद व्यतीत हो। इस ध्येय की प्राप्ति के लिए योजनाबद्ध प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने सिलसिलवार ट्वीट में कहा कि नागरिकों की खुशहाली और समृद्धि में ही प्रदेश का सम्पूर्ण विकास निहित है। प्रदेश के नागरिकों ने अपने कर्तव्यों का जिस निष्ठा एवं संकल्प के साथ निर्वहन किया, वह प्रशंसनीय भी है और अभिनंदनीय भी। कोविड 19 जैसी चुनौती का सामना कर हम इसे नियंत्रित करने में सफल हुए, तो यह समाज के हर वर्ग के अपरिमित योगदान के कारण संभव हुआ।
शिवराज चौहान ने कहा कि यह मध्यप्रदेश के नागरिकों, स्वास्थ्यकर्मियों, जनप्रतिनिधियों, कर्मचारियों एवं धर्मगुरुओं के सहयोग का ही प्रतिफल है, जिसके कारण मध्यप्रदेश ने को के संक्रमण की रोकथाम के लिए 7 करोड़ डोज़ के आंकड़े को इतनी चुनौतियों के बीच पार कर नया इतिहास रच दिया है। मध्यप्रदेश केवल भारत का हृदय प्रदेश ही नहीं है, अपितु प्राणों से प्यारे हमारे इस राज्य ने देश का भी दिल जीतने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता से लेकर पीएम आवास योजना, फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि जैसी अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रदेश ने इतिहास रचा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए हम सब आत्मनिर्भर एमपी बनाकर अपना हरसंभव योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्य की प्राप्ति में हमारी स्वसहायता समूह की बहनों के हाथों से निर्मित उत्पाद अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। प्रदेश के युवा भी अपना उद्यम स्थापित कर इसमें अपना रचनात्मक योगदान दे रहे हैं।