लखनऊ, 18 जनवरी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने छोटे भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने और सपा से उम्मीदवार बनाए जाने के सवाल पर कहा कि यह हमारा पारिवारिक मामलों है। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि हमारे परिवार की हमसे ज्यादा भाजपा को चिंता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अपर्णा यादव के बारे में पिछले दिनों अटकलें लग रही थीं कि वह भाजपा का दामन थाम सकती हैं लेकिन बाद में यादव परिवार ने इसे खारिज कर दिया। अपर्णा यादव ने 2017 में लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था जिसमें उन्हें भाजपा उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी ने हराया था।
इसके साथ जब अखिलेश यादव से आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि ”मैं भाई मानता हूं, जो बड़े उम्र वाले हैं उनको चाचा मानता हूं तो और क्या कहें हम।” उन्होंने कहा, ”कल भी कहा कि सपा ने अपने गठबंधन के लोगों को सम्मान देने के लिए, उन्हें साथ लाने के लिए त्याग किया है, इस समय बीजेपी को हराने के लिए जो भी त्याग करना चाहें, करना चाहिए, सपा त्याग कर रही है। जहां तक चंद्रशेखर का सवाल है तो मैंने सीटें दी थीं और अगर वे भाई बनकर भी मदद करना चाहते हैं तो करें।”
चंद्रशेखर ने पहले दो सीटें स्वीकार कर ली थी- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि ”चंद्रशेखर ने पहले दो सीटें स्वीकार कर ली थी लेकिन बाद में कहा कि हमारे संगठन में इस पर सहमति नहीं बन पा रही है, इसमें सपा का क्या दोष है। इसलिए मैं कह रहा हूं कि कहीं न कहीं लोग साजिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि ”कोई किसी के कहने से आरोप न लगाए। यूपी के चुनाव के लिए बड़ी बड़ी साजिशें हैं, बड़े बड़े षड्यंत्र हो रहे हैं और आगे भी होंगे।”