महादेव सट्टेबाजी एप घोटाला : मुंबई पुलिस ने डाबर समूह के अध्यक्ष मोहित बर्मन व निदेशक गौरव बर्मन पर दर्ज किया केस
मुंबई, 14 नवम्बर। राजनेताओं और फिल्मी हस्तियों के बाद, अब महादेव एप सट्टेबाजी घोटाले की जांच कर रही मुंबई पुलिस के रडार पर उद्योगपतियों – डाबर समूह के अध्यक्ष मोहित वी. बर्मन और निदेशक गौरव वी. बर्मन का नाम सामने आया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को जानकारी दी है कि प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दिग्गज डाबर ग्रुप की बर्मन जोड़ी को गत सात नवम्बर को मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज की गई सट्टेबाजी एप एफआईआर में नामित किया गया है। इस मामले में बॉलीवुड अभिनेता साहिल खान और अन्य अज्ञात व्यक्तियों सहित 31 आरोपितों को पहले ही शामिल किया जा चुका हैं।
हालांकि डाबर समूह ने अब तक इस घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पहली शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बनकर ने माटुंगा पुलिस में दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि सट्टेबाजी एप के जरिए हजारों लोगों से 15,000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई है। माटुंगा पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, जुआ अधिनियम, आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं को लागू करते हुए एफआईआर दर्ज की है और आगे की जांच जारी है, हालांकि कई नाम सामने आ रहे हैं।
इसके साथ ही, महादेव एप की राजनेताओं, ग्लैमर हस्तियों और अब यहां तक कि कॉरपोरेट्स के बीच व्यापक प्रभाव के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भी जांच की जा रही है, जिससे इन क्षेत्रों में झटका लगा है।
सिर्फ दस दिन पहले, ईडी की याचिका पर काररवाई करते हुए, केंद्र ने महादेव एप सहित 22 अवैध सट्टेबाजी साइटों को ब्लॉक कर दिया था, जिसे भिलाई स्थित सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल और अन्य लोगों द्वारा प्रचारित और चलाया गया था। आरोप है कि ‘हवाला’ मार्गों के माध्यम से बड़ी मात्रा में गुप्त धन निकाला जा रहा था। यह मुद्दा पहली बार तब सुर्खियों में आया, जब ईडी ने सनसनीखेज दावा किया कि महादेव एप ने कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 500 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया था।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा आरोप लगाए जाने के बीच इस मामले की जांच चल रही है। साहिल खान के अलावा, अन्य बॉलीवुड हस्तियां, जिन्होंने कथित तौर पर महादेव एप का इस्तेमाल किया या प्रचार किया, पिछले कुछ हफ्तों से जांचकर्ताओं की जांच के दायरे में हैं।