मो. शमी की पत्नी हसीन जहां सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं, क्रिकेटर के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट पर रोक का है मामला
नई दिल्ली, 3 मई। भारतीय क्रिकेट टीम के वरिष्ठ पेसर मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय के 28 मार्च, 2023 के आदेश को चुनौती दी है, जिसमें सत्र न्यायालय के आदेश को रद करने की उनकी प्रार्थना को खारिज कर दिया गया था। दरअसल, अदालत ने शमी के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट पर रोक लगा दी थी।
हसीन जहां ने अपने वकीलों के माध्यम से मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में आरोप लगाया है कि शमी उनसे दहेज की मांग करते थे और वह वेश्याओं के साथ अवैध विवाहेतर यौन संबंधों में लगातार शामिल रहे हैं, खासकर उनके बीसीसीआई दौरों के दौरान। याचिका के अनुसार, 29 अगस्त , 2019 को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अलीपुर द्वारा शमी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
मोहम्मद शमी ने उक्त आदेश को सत्र न्यायालय के समक्ष चुनौती दी, जिसने 9 सितम्बर, 2019 को गिरफ्तारी वारंट और आपराधिक मुकदमे की पूरी कार्यवाही पर रोक लगा दी। इसके शमी की पत्नी हसीन जहां कलकत्ता उच्च न्यायालय में चली गईं, लेकिन अपने पक्ष में कोई आदेश प्राप्त करने में विफल रही। फिलहाल अब वह कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई।
हसीन जहां ने कहा कि आदेश स्पष्ट रूप से कानून में गलत है, जो उनके त्वरित परीक्षण के अधिकार का घोर उल्लंघन है। शमी की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक याचिका में चिंता जताई कि कानून के तहत मशहूर हस्तियों के लिए कोई विशेष उपचार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से, पिछले चार वर्षों से परीक्षण आगे नहीं बढ़ा है और रुका हुआ है।