महबूबा मुफ्ती का प्रहार – पूर्व राष्ट्रपति कोविंद अपने पीछे ऐसी विरासत छोड़ गए, जहां संविधान को कई बार कुचला गया
नई दिल्ली, 25 जुलाई। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया।
महबूबा ने साथ ही पूर्व राष्ट्रपति कोविंद पर भारतीय संविधान के बहाने भाजपा का राजनीतिक एजेंडा पूरा करने का भी आरोप लगाया। मुफ्ती ने रामनाथ कोविंद पर यह प्रहार उनका कार्यकाल खत्म होने के एक दिन बाद किया है, जब द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली है।
भारतीय संविधान के नाम पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया
महबूबा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘चाहे आर्टिकल 370 की बात हो, नागरिकता कानून हो या अल्पसंख्यकों या दलितों को निशाना बनाना हो, उन्होंने भारतीय संविधान के नाम पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया।’
The outgoing President leaves behind a legacy where the Indian Constitution was trampled upon umpteenth times. Be it scrapping of Article 370,CAA or the unabashed targeting of minorities & Dalits, he fulfilled BJPs political agenda all at the cost of the Indian Constitution.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) July 25, 2022
इस बीच द्रौपदी मुर्मू ने देश की पहली महिला आदिवासी के तौर पर राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली। चीफ जस्टिस एनवी रमना ने संसद के सेंट्रल हाल में आयोजित भव्य समारोह के बीच उन्हें शपथ दिलवाई। द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि उनके लिए महिलाओं के हित सर्वोपरि होंगे। इसके साथ ही दलितों, पिछड़ों और गरीबों के हितों के लिए भी काम करने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र की शक्ति ने मुझे यहां तक पहुंचाया। देश के गरीब आदिवासी, दलित और पिछड़े मुझमें अपना प्रतिबिंब देख सकते हैं।’