काबुल हवाई अड्डा खुलने के बाद अफगानिस्तान में बचे भारतीयों की वापस लाया जाएगा : विदेश मंत्रालय
नई दिल्ली, 3 सितम्बर। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा है कि काबुल हवाई अड्डे से दोबारा उड़ानें शुरू होने के बाद ही अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को वापस लाने पर विचार किया जाएगा। भारत ने बीते दिनों दोहा में तालिबानी प्रतिनिधि संग हुई बातचीत के दौरान अपनी चिंता से उसे अवगत भी करा दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया को बताया, ‘ अफगानिस्तान में फंसे अधिकतर भारतीय वहां से निकल गए हैं। जो लोग बचे हैं, वो अफगानिस्तान स्थित हमारी स्पेशल सेल के कॉन्टेक्ट में हैं। इतना तय है कि अब भी वहां कुछ भारतीय हैं और हम उनके सम्पर्क में हैं।’
बागची ने कहा, ‘जब तक काबुल एयरपोर्ट से दोबारा ऑपरेशन शुरू नहीं होता, तब तक इंतजार करना होगा। उड़ानें दोबारा शुरू होने पर हम देखेंगे कि वहां से भारतीयों को किस प्रकार निकाला जाए। दोहा मीटिंग में हमने इस मसले पर हमने अपनी चिंता से उन्हें अवगत करा दिया है।’
अफगानिस्तान की भूमि का भारत के विरुद्ध उपयोग न होने देना ही सर्वोच्च प्राथमिकता
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि भारत ने अफगानिस्तान की भूमि के अपने विरुद्ध उपयोग की आशंकाओं पर दोहा बैठक में मुख्य रूप से चिंता व्यक्त की थी। भारत की तात्कालिक प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि अफगानिस्तान की भूमि का उपयोग उसके विरुद्ध आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं किया जाए।
अरिंदम बागची ने कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल और तालिबान नेता शेर मोहम्मद अब्बास के बीच बैठक का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस मसले पर भारत को तालिबान से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।