मायावती का आरोप : जातिवादी मीडिया के चलते हुई बसपा की हार, टीवी डिबेट के बहिष्कार की घोषणा
नई दिल्ली, 12 मार्च। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को मिली करारी हार के लिए मीडिया के जातिवादी एजेंडे को जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा कर दी है कि उनकी पार्टी अब सभी टीवी डिबेट का बहिष्कार करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि यूपी विधानसभा आमचुनाव के दौरान मीडिया द्वारा अपने आकाओं के दिशानिर्देशन में जो जातिवादी, द्वेषपूर्ण व घृणित रवैया अपनाकर अम्बेडकरवादी बीएसपी मूवमेंट को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है, वह किसी से भी छिपा नहीं है। इस हालत में पार्टी प्रवक्ताओं को भी नई जिम्मेदारी दी जाएगी। इसलिए पार्टी के सभी प्रवक्ता – सुधींद्र भदौरिया, धर्मवीर चौधरी, डॉ. एम.एच. खान, फैजान खान व सीमा कुशवाहा अब टीवी डिबेट आदि कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे।
2. इसलिए पार्टी के सभी प्रवक्ता श्री सुधीन्द्र भदौरिया, श्री धर्मवीर चौधरी, डा. एम एच खान, श्री फैजान खान व श्रीमती सीमा कुशवाहा अब टीवी डिबेट आदि कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे।
— Mayawati (@Mayawati) March 12, 2022
मीडिया ने बसपा को भाजपा की ‘बी‘ टीम बताकर दुष्प्रचार किया
इससे पहले शुक्रवार को भी मायावती ने ‘जातिवादी मीडिया’ के आक्रामक प्रचार को दोषी ठहराते हुए कहा था कि उसने मुसलमानों और भाजपा विरोधी मतदाताओं को दूर करने के लिए बसपा को भाजपा की ‘बी’ टीम बताया था।
उमाशंकर सिंह ने रसड़ा से दिलाई है बसपा को इकलौती सीट
गौरतलब है कि बसपा उत्तर प्रदेश में एक दशक से सत्ता से बाहर है और इस बार पार्टी को महज एक सीट मिल सकी। बलिया के रसड़ा क्षेत्र से उमाशंकर सिंह ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल कर विधानसभा में पार्टी का सफाया होने से बचाया।
बसपा ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 19 सीटें जीती थीं और 21 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने में सफल रही थी। लेकिन इस बार उसे महज 12.73 फीसदी मतों से संतोष करना पड़ा।