महाराष्ट्र में बारिश-भूस्खलन से भारी तबाही, मुख्यमंत्री ठाकरे ने पीड़ितो को दिया पूरी मदद का आश्वासन
मुंबई, 24 जुलाई। महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से हो रही जबर्दस्त बारिश के चलते कई क्षेत्रों में स्थिति भयावह हो गई है। तमाम इलाकों में बाढ़ जैसे हालत हैं। नदी और नाले उफान पर हैं तो कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं। महाराष्ट्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार बारिश से उत्पन्न विकाट हालात में कम से कम 138 लोगों की जान जा चुकी है।
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव बालासाहेब ठाकरे ने शनिवार को कुछ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। विभिन्न प्रभावित इलाकों को पहले ही हवाई सर्वेक्षण कर चुके ठाकरे रायगढ़ कई शीर्ष अधिकारियों के साथ रायगढ़ पहुंचे, जहां भूस्खलन की वजह से अब तक 44 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
- ग्रामीणों को पूरा मुआवजा देने के साथ पुनर्वास किया जाएगा
उद्धव ठाकरे ने रायगढ़ जिले के महाड़ के तलिये गांव का निरीक्षण किया। उन्होंने न सिर्फ स्थिति को समझा बल्कि ग्रामीणों को पूरा भरोसा दिया कि सरकार उनकी मदद के लिए हर संभव कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ग्रामीणों को पूरा मुआवजा व पुनर्वास किया जाएगा। आप सभी आश्वस्त रहें, चिंता करने की कोई बात नहीं है।
- बारिश और भूस्खलन से मृतकों की संख्या 138 तक पहुंची
राज्य के राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने दिन में बताया कि भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं की वजह से करीब 138 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। राज्य के अलग-अलग इलाकों में राहत कार्य जारी है। एनडीआरएफ की टीम लगातार काम कर रही हैं, कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। लेकिन अभी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
गौरतलब है कि चिपलून, कोल्हापुर, सतारा, अकोला, यवतमाल, हिंगोली जैसे जिलों में सबसे ज्यादा बारिश देखी गई है। इनके अलावा ठाणे, पालघर में अब भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
देखा जाए तो महासंकट से केंद्र और राज्य साथ मिलकर लड़ रहे हैं। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सीएम उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. गृहमंत्री अमित शाह भी स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। ऐसे में राज्य सरकार को उम्मीद है कि कुछ दिनों में स्थिति फिर सामान्य हो जाएगी।