नई दिल्ली, 1 फरवरी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलार को संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए गए वर्ष 2022-23 के आम बजट को ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार देते हुए कहा है कि इसमें देश के आम लोगों के लिए कुछ नहीं है।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता ने ट्वीट किया, “बेरोजगारी और महंगाई से पिस रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहीं है। बड़ी-बड़ी बाते हैं और हकीकत में कुछ नहीं है। ‘पेगासस स्पिन बजट’ है।”
BUDGET HAS ZERO FOR COMMON PEOPLE, WHO ARE GETTING CRUSHED BY UNEMPLOYMENT & INFLATION. GOVT IS LOST IN BIG WORDS SIGNIFYING NOTHING – A PEGASUS SPIN BUDGET
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 1, 2022
वहीं तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने दावा किया कि बजट से साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों, गरीबों और मध्य वर्ग की परवाह नहीं करते। उन्होंने ट्वीट किया, ‘हीरे सरकार के सबसे अच्छे मित्र हैं। किसानों, मध्य वर्ग, दिहाड़ी मजदूरों, बेरोजगारों की प्रधानमंत्री परवाह नहीं करते।’
Budget for whom?
The richest 10% Indians owns 75% of the country's wealth.
Bottom 60% own less than 5%.
Why are those who amassed super profits during the pandemic, while joblessness, poverty & hunger have grown, not being taxed more?#Budget2022— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) February 1, 2022
सीताराम येचुरी ने पूछा – 10 फीसदी अमीरों पर अधिक कर क्यों नहीं?
दूसरी तरफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने इसे अमीरों का बजट करार देते हुए पूछा कि यह बजट किसके लिए है? उन्होंने ट्वीट में कहा,’बजट किसके लिए? सबसे अमीर 10 फीसदी लोगों के पास देश की 75 फीसदी संपत्ति है। देश के 60 फीसदी निचले तबके के लोगों के पास पांच फीसदी संपत्ति है। ऐसे समय में जब देश में बेरोजगारी, गरीबी और भुखमरी बढ़ रही है, तब महामारी के दौरान बेतहाशा मुनाफा कमाने वालों पर अधिक कर क्यों नहीं लगाया गया?’