जम्मू-कश्मीर : कठुआ में भाषण देते वक्त बिगड़ी मल्लिकार्जुन खरगे की तबीयत, चेकअप के लिए बुलाए गए डॉक्टर
जम्मू, 29 सितम्बर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में तीसरे व अंतिम चरण के प्रचार अभियान के अंतिम दिन रविवार को कठुआ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते वक्त कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मंच पर ही तबीयत बिगड़ गई। उनका भाषण को बीच में रोका गया और पार्टी नेताओं ने उन्हें सहारा देकर कुर्सी पर बैठाया।
‘मैं तब तक जिंदा रहूंगा, जब तक पीएम मोदी सत्ता से बाहर नहीं हो जाते‘
हालांकि अस्वस्थ महसूस करने के बावजूद खरगे ने अपना भाषण जारी रखा और कहा, ‘हम राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे…मैं 83 साल का हूं, मैं इतनी जल्दी मरने वाला नहीं हूं। मैं तब तक जिंदा रहूंगा, जब तक पीएम मोदी सत्ता से बाहर नहीं हो जाते।’
जब तक मोदी को नहीं हटाएँगे …तब तक मैं ज़िंदा रहूँगा,
आपकी बात सुनूँगा… आपके के लिए लड़ूँगा !! pic.twitter.com/M58zGxVNuX
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 29, 2024
बाद में पार्टी नेताओं ने बताया कि अब खरगे की हालत स्थिर है और डॉक्टरों को उनका चेकअप करने के लिए बुलाया गया है। खरगे कठुआ में आतंकवादियों के साथ चल रहे ऑपरेशन में शहीद हुए एक हेड कांस्टेबल को श्रद्धांजलि दे रहे थे। इस घटना में दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं और एक आतंकवादी मारा गया है।
कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर ने बताया, ‘कांग्रेस अध्यक्ष खरगे जसरोटा में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तभी उन्हें बेचैनी हुई और चक्कर आने लगा। उनके सहयोगियों ने उन्हें कुर्सी पर बैठाने में मदद की। उनकी हालत स्थिर है।’ उनका उधमपुर जिले के रामनगर में एक और जनसभा को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है।
खरगे का आरोप – भाजपा के लोग यहां आकर सिर्फ भड़काऊ भाषण देते हैं
तबीयत बिगड़ने से पहले रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के लोगों ने ठान लिया है कि इस बार कांग्रेस और NC के गठबंधन को सरकार में लेकर आना है। बीजेपी के लोग यहां आकर भड़काऊ भाषण देते हैं। लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि इससे देश के लोगों का.. खासकर गरीबों और हमारी मां-बहनों का नुकसान होता है। बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से बहुत सारे वादे किए, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया।’
खरगे ने कहा, ‘अब अमित शाह कहते हैं कि हम पांच लाख नौकरियां देंगे। लेकिन सवाल है कि 10 साल में आपने क्या किया, क्यों नौकरियां नहीं दीं? जम्मू-कश्मीर में 65% सरकारी पद खाली हैं, इतने साल में आपने इन पदों को क्यों नहीं भरा? असलियत ये है कि ये केवल लोगों को गुमराह करना चाहते हैं।’
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के उपाध्यक्ष रवींद्र शर्मा ने बताया कि खरगे को चक्कर आ गया और उन्हें एक कमरे में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों को जांच के लिए बुलाया गया। उन्होंने कहा कि वे सलाह देंगे कि वह दूसरी रैली में शामिल हो सकते हैं या नहीं।
तीसरे व अंतिम चरण के लिए एक अक्टूबर को होनी है वोटिंग
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में दस वर्षों के बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। पहले दो चरण के मतदान क्रमशः 18 व 25 सितम्बर को संपन्न हो चुके हैं। आगामी मंगलवार यानी एक अक्टूबर को अंतिम चरण की 40 सीटों पर मतदान होना है। वहीं हरियाणा में पांच अक्टूबर को एक चरण में वोटिंग होनी है। दोनों राज्यों में आठ अक्टूबर को नतीजों का एलान होगा।