महाराष्ट्र : मनी लॉन्ड्रिंग केस में घिरे पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के आवासों पर ईडी की छापेमारी
मुंबई, 25 जून। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में घिरे महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के मुंबई और नागपुर स्थित आवासों पर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने छापेमारी की। केंद्रीय एजेंसी ने देशमुख के खिलाफ पिछले माह मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देशमुख के नागपुर स्थित आवास पर सुबह ही ईडी की टीम छापेमारी के लिए पहुंच गई थी। दूसरी ओर एक अन्य टीम कुछ देर बाद उनके मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित घर पर छापा मारने के लिए पहुंची। छापेमारी में ईडी को क्या कुछ हाथ लगा, अब तक इसका ब्यौरा सामने नहीं आया है। लेकिन माना जा रहा है कि देशमुख से इस मामले में पूछताछ की जा सकती है। इससे पहले ईडी ने गुरुवार को डीसीपी राजू भुजबल का बयान दर्ज किया था।
देशमुख के घर छापेमारी से पहले ईडी की टीम शिवाजी नगर स्थित सागर भटेवार के आवास और दफ्तर समेत कम से कम तीन जगहों पर छापेमारी कर चुकी है। समझा जाता है कि भटेवार का देशमुख के साथ कुछ वित्तीय लेन-देन था। यह भी पता चला है कि नागपुर में देशमुख के तीन करीबी सहयोगी ईडी के रडार पर आ गए थे, जब उनके बैंक के लेन-देन ने उन्हें एनसीपी नेता और उनके परिवार से जोड़ दिया था।
सीबीआई भी देशमुख के आवासों पर मार चुकी है छापा
दो माह पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भी इसी मामले में देशमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पिछले माह उनके चार परिसरों पर छापेमारी की थी। सीबीआई टीम ने छापेमारी के दौरान देशमुख के सिविल लाइंस आवास से कुछ नकदी के साथ कई दस्तावेज जब्त किए थे।
पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने देशमुख पर लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप
गौरतलब है कि महाराष्ट्र पुलिस सेवा से बर्खास्त किए जा चुके सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे मामले में इसी वर्ष मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। आरोपों के बाद अनिल देशमुख को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने वाझे और अन्य पुलिसकर्मियों को बार मालिकों से 100 करोड़ रुपये वसूली का टारगेट दिया था।