मध्यप्रदेश : पर्वतीय स्थल पचमढ़ी में शिवराज मंत्रिमंडल आज से दो दिन करेगा चिंतन मनन
पचमढ़ी, 26 मार्च। विश्व प्रसिद्ध पर्वतीय और पर्यटन स्थल मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनका मंत्रिमंडल आज से दो दिनों तक ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ की परिकल्पना को साकार करने और जनकल्याण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं पर गहन विचार विमर्श करेगा। भोपाल से लगभग 210 किलोमीटर की दूरी पर होशंगाबाद जिले में स्थित पचमढ़ी में कल देर रात शिवराज चौहान और सभी मंत्री पहुंचे। ये सभी विशेष बस से रात्रि में भोपाल से पचमढ़ी के लिए रवाना हुए थे।
आज की बैठक प्रारंभ होने के पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योग करते हुए और अखबार पढ़ते हुए वीडियो ट्विटर पर अपलोड किए हैं। शिवराज चौहान ने लिखा है, ‘प्रकृति की गोद में बसे पचमढ़ी की मनमोहक भोर, पक्षियों का कलरव और सतपुड़ा का नैसर्गिक सौंदर्य मन को आनंदित एवं चित्त को शांति प्रदान करने वाला है। मेरा मध्यप्रदेश बहुत निराला है।’
इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि श्री चौहान आज सबसे पहले मंत्री समूह को संबोधित करेंगे।
इसके बाद अधिकारियों की ओर से सभी के समक्ष मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को फिर से प्रारंभ करने और कन्या विवाह योजना की विस्तृत प्रक्रिया और रूपरेखा संबंधी प्रस्तुतिकरण होगा। इसके अलावा राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं जैसे लाड़ली लक्ष्मी योजना और इसके अगले चरण को प्रारंभ करने संबंधी लाड़ली लक्ष्मी टू पर भी चर्चा होगी। सूत्रों ने कहा कि राशन वितरण की व्यवस्था को और बेहतर बनाने, सीएम राइज स्कूल के बेहतर क्रियान्वयन, स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं, जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन और अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित योजनाओं पर भी चिंतन और मनन होगा।
दोपहर बाद अन्य योजनाओं पर भी चर्चा के उपरांत मुख्यमंत्री चौहान शाम को सात बजे संबोधित करेंगे। सूत्रों ने कहा कि कल यानी रविवार को सुबह हाल ही में 3 से 11 जनवरी के बीच विभिन्न विभागों की समीक्षा के दौरान दिए गए दिशानिर्देशों के क्रियान्वयन की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद विभागीय कार्यों और नवाचारों पर भी मंथन होगा। दोपहर में प्रभार के जिलों के संबंध में मंत्रियों से चर्चा होगी।
रविवार देर शाम शिवराज चौहान के संबोधन के बाद दो दिनों का चिंतन मनन संपन्न हो जाएगा। इसके बाद शिवराज चौहान प्रेस ब्रीफ्रिंग के जरिए महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी दे सकते हैं। दरअसल दो सालों तक कोरोना संकटकाल से उबरने के बाद अब राज्य सरकार अपने कार्यों में और गति लाने तथा अर्थव्यवस्था की बेहतरी समेत अनेक विषयों पर तेजी से कार्य करने को तत्पर दिखायी दे रही है।