मध्य प्रदेश : ग्वालियर में महाराज बाड़े की एक इमारत पर तिरंगा लगाने के दौरान हादसा, क्रेन टूटने से 3 मरे
ग्वालियर, 14 अगस्त। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ऐतिहासिक महाराज बाड़े की एक बिल्डिंग पर शनिवार को राष्ट्रीय ध्वज लगाते वक्त हादसा हो गया, जब हाइड्रोलिक फायर ब्रिगेड की मशीन टूट गई। इस हादसे में नगर निगम के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
गलत बटन दबने से हाइड्रोलिक मशीन का प्लेटफॉर्म टूटा
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह हादसा उस समय हुआ, जब नगर निगम के कर्मचारी हाइड्रोलिक फायर ब्रिगेड की ट्रॉली में बैठकर पोस्ट ऑफिस की बिल्डिंग पर तिरंगा लगाने की कोशिश कर रहे थे। तभी नए वाहन में गलत बटन दबने से क्रेन का प्लेटफॉर्म टूट गया और कर्मचारी गिर गए। उस वक्त क्रेन की हाइड्रोलिक मशीन का प्लेटफॉर्म लगभग 60 फीट की ऊंचाई पर था।
मृतकों में नगर निगम का चौकीदार और दो फायरकर्मी शामिल
अचानक हुए इस हादसे से वहां चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में एम्बुलेंस को बुलाया और घायलों को नजदीकी जिला अस्पताल में भेजा। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। मृतकों में नगर निगम का चौकीदार और दो फायरकर्मी शामिल हैं जबकि फायर ब्रिगेड का चालक गंभीर रूप से घायल है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जताया दुख
इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘ग्वालियर में महाराज बाड़ा स्थित पोस्ट ऑफिस पर मशीन अनलोड करते समय हुई दुर्घटना में तीन कर्मचारियों के निधन और तीन लोगों के घायल होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगत लोगों की शांति, परिजनों को संबल देने व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति!’
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की जांच की मांग
दूसरी तरफ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हादसे की जांच की मांग की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘ग्वालियर में राष्ट्रीय ध्वज लगाने के दौरान क्रेन में हुए हादसे में कुछ लोगों की मृत्यु का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। कुछ लोगों के घायल होने की भी जानकारी मिली। पीड़ित परिवार के प्रति शोक संवेदनाएं। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस पूरे मामले की जांच हो और दोषियों पर काररवाई हो।’
ज्ञातव्य है कि महाराज बाड़े पर बनी ऐतिहासिक इमारतों को हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सजाया जाता है। इन इमारतों पर तिरंगा फहराने की भी वर्षों पुरानी परंपरा चली आ रही है।