प्रभु जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए पुरी में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़, सुरक्षा के कड़े प्रबंध
पुरी, 27 जून। विश्व प्रसिद्ध प्रभु जगन्नाथ रथ यात्रा को देखने के लिए शुक्रवार को पुरी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और देवी सुभद्रा के साथ श्री जगन्नाथ मंदिर से गुंडिचा मंदिर तक की औपचारिक यात्रा पर निकले। रथ यात्रा से संबंधित सभी अनुष्ठान कई सुरक्षा बलों और जिला अधिकारियों के समन्वित प्रयासों से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किए जा रहे हैं।

पुरी के जिला मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ स्वैन ने व्यवस्थाओं के बारे में मीडिया को बताया कि यात्रा मार्ग भक्तों से भरा हुआ है। रथ यात्रा से संबंधित सभी अनुष्ठान समय पर आयोजित किए जाएंगे। गुरुवार रात से ही पुलिस तैनात कर दी गई है। इस बार एनडीआरएफ को भी तैनात किया गया है।
सिद्धार्थ स्वैन कहा, ‘कल हमने अवैध 6-7 ड्रोन हटा दिए। श्री जगन्नाथ मंदिर और गुंडिचा मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है। इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने और इसके पैमाने को देखते हुए एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम को पुरी में तैनात किया गया है।’
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के पवित्र अवसर पर सभी देशवासियों को मेरी ढेरों शुभकामनाएं। श्रद्धा और भक्ति का यह पावन उत्सव हर किसी के जीवन में सुख, समृद्धि, सौभाग्य और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए, यही कामना है। जय जगन्नाथ! pic.twitter.com/vj8K6a0XKM
— Narendra Modi (@narendramodi) June 27, 2025
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट नवीन राणा ने कहा, ‘हमारे कर्मियों को सभी स्थितियों से निबटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है, जिसमें कोई भी चिकित्सा आपातकाल, संरचना का ढहना या कोई अन्य स्थिति शामिल है। हमने यहां जिला प्रशासन के साथ मिलकर चार मॉक ड्रिल आयोजित की थीं।’

इस यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए, जिनमें से अनेक देश के विभिन्न भागों और विदेशों से आए थे, ताकि वे तीनों देवताओं-भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के भव्य रथों को गुंडिचा मंदिर में देख सकें, जहां देवता एक सप्ताह तक रहते हैं और फिर जगन्नाथ मंदिर लौट आते हैं।
इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने वार्षिक रथ यात्रा के अवसर पर श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत किया तथा उनसे पूरी आस्था और भक्ति के साथ इसमें भाग लेने का आग्रह किया। अपने संदेश में मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि आस्था और भक्ति के साथ रथ यात्रा में शामिल हों, रथ पर महाप्रभु के दिव्य दर्शन करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
