नई दिल्ली, 23 नवंबर। भारतीय जनता पार्टी से निकालने जाने के बाद कांग्रेस से जुड़े पूर्व अतरराष्ट्रीय क्रिकेटर कीर्ति आजाद और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व महासचिव पवन वर्मा मंगलवार को यहां तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए। टीएमसी मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित अपने आवास पर इन दोनों नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई।
सीएम नीतीश से खटपट के बाद जदयू से निकाले गए थे पवन
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लंबी खींचतान के बाद पवन वर्मा को पिछले वर्ष जनवरी में जदयू से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। माना जा रहा है कि उन्हें टीएमसी के संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। वैसे वह बिना किसी शर्त के टीएमसी में शामिल हुए हैं।
We are elated to welcome Shri @PavanK_Varma into our Trinamool Congress family.
His rich political experience will help us serve the people of India and take this nation forward to even better days! pic.twitter.com/DlBiYtaqFX
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) November 23, 2021
पवन वर्मा जदयू के राज्यसभा सांसद एवं राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं। जून, 2014 से जुलाई, 2016 तक वह सांसद थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सलाहकार भी रह चुके पवन राजनीति में आने से पहले भारतीय विदेश सेवा अधिकारी थे।
पवन के साथ प्रशांत किशोर को भी जदयू से बाहर किया गया था
दरअसल, पवन वर्मा के साथ ही चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को भी जदयू से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। प्रशांत किशोर उस वक्त जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। प्रशांत किशोर को जदयू में लाने में पवन वर्मा की बड़ी भूमिका थी। वस्तुतः पवन वर्मा की विपक्षी दलों में अच्छी पकड़ है। वह एक अच्छे प्रवक्ता के तौर पर भी जाने जाते हैं। जिस पार्टी में रहते हैं, पूरी मजबूती और तथ्यों के साथ उसका पक्ष रखते हैं।
अरुण जेटली पर आरोप लगाने के बाद कीर्ति आजाद को भाजपा ने निकाला था
दूसरी तरफ 1983 की क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे कीर्ति आजाद दिसंबर, 2015 में दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में कथित अनियमितताओं तथा भ्रष्टाचार को लेकर तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को खुले तौर पर निशाना बनाने के के कारण भाजपा से निलंबित कर दिए गए थे। वह 2018 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। आजाद बिहार की दरभंगा संसदीय सीट से तीन बार सांसद रह चुके हैं। 2014 में उन्होंने भाजपा के टिकट पर आम चुनाव लड़ा था।