केजरीवाल ने दिल्ली की महिला मतदाताओं से कहा – “यदि घरवाला ज्यादा ‘मोदी-मोदी’ करे तो खाना मत देना”
नई दिल्ली, 10 मार्च। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की महिला वोटरों से कहा कि यदि उनके पति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम जपते हैं तो वे अपने पतियों को खाना न दें।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में ‘महिला सम्मान समारोह’ नाम से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘लोग बहुत पीएम मोदी का नाम जपते हैं, लेकिन आपको इसे ठीक करना होगा। यदि आपके पति भी मोदी का नाम जपते हैं तो उन्हें रात का खाना मत दीजिए।’
दिल्ली सरकार द्वारा अपने 2024-25 के बजट में 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को 1,000 रुपये की मासिक राशि प्रदान करने की योजना की घोषणा के बाद महिलाओं के साथ बातचीत करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
‘आपके साथ केवल आपका भाई अरविंद केजरीवाल ही खड़ा रहेगा‘
अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं से कहा कि वे अपने परिवार के सदस्यों से कसम खाने को कहें कि वे उनका और आप का समर्थन करेंगे। उन्होंने सभा में मौजूद महिलाओं से यह भी कहा कि वे भाजपा का समर्थन करने वाली महिलाओं को बताएं कि आपके साथ केवल आपका भाई अरविंद केजरीवाल ही खड़ा रहेगा।
‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ को लेकर हमारी सभी माताएँ-बहनें बेहद खुश एवं उत्साहित हैं। महिला शक्ति के सम्मान में आयोजित टाउनहॉल कार्यक्रम में दिल्ली की हमारी माताओं-बहनों के साथ चर्चा। https://t.co/JcSeeyqbGZ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 9, 2024
‘आप’ प्रमुख ने कहा, ‘उन्हें बताएं कि मैंने उनकी बिजली मुफ्त कर दी है, उनकी बस टिकट मुफ्त कर दी है और अब मैं महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये दे रहा हूं। भाजपा ने उनके लिए क्या किया है? फिर भाजपा को वोट क्यों दें? इस बार फिर केजरीवाल को वोट दें।’
केजरीवाल ने आगे कहा कि अब तक महिलाओं को सशक्त बनाने के नाम पर ‘धोखाधड़ी’ की जा रही थी। उन्होंने पूछा, “यहां कई पार्टियां हैं, जो महिलाओं को कोई पद देती हैं तो कहती हैं कि महिलाएं सशक्त हो गई हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि महिलाओं को पद नहीं मिलना चाहिए, उन्हें बड़े पद और टिकट मिलने चाहिए। उन्हें सब कुछ मिलना चाहिए, लेकिन इससे केवल दो या चार महिलाओं को ही फायदा होता है, बाकी महिलाओं को क्या मिलता है? सशक्तीकरण तब होगा, जब पैसा होगा। असली सशक्तिकरण अब होगा, जब हर महिला को हर महीने 1,000 रुपये मिलेंगे।”