रुद्रप्रयाग, 25 जून। उत्तराखंड में रविवार सुबह से हो रही बारिश से पहाड़ों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस क्रम में केदारनाथ पैदल मार्ग पर गदेरे (छोटे नाले) उफान पर आ गए हैं। भारी बारिश को देखते हुए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने पूर्वाह्न करीब 10.30 बजे केदारनाथ यात्रा रोक दी। यात्रियों को सोनप्रयाग में ही रोक दिया गया। वहीं सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच चलने वाली शटल टैक्सी सेवा के वाहन के ऊपर पत्थर गिरने से चालक की मौत हो गई।
रुद्रप्रयाग के जिला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित ने कहा कि सोनप्रयाग में केदारनाथ यात्रा अगले आदेश तक रोक दी गई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच के इलाके में सुबह से भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण तीर्थयात्रियों की यात्रा कुछ समय के लिए रोक दी गई है।
सीएम धामी ने आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा किया
इस बीच उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी बचाव सेवाओं का जायजा लेने के लिए आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष पहुंचे। उन्होंने सचिवालय स्थित राज्य आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने राज्य में भारी बारिश की स्थिति से संबंधित जानकारी ली।
सीएम धामी ने राज्य में वर्तमान मौसम की स्थिति, बारिश की स्थिति, जलजमाव और बारिश से हुए नुकसान की स्थिति का भी जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को आपदा राहत और बचाव कार्यों के लिए हमेशा अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए।
राज्य के इन जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट
दक्षिण पश्चिम मानसून तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से अगले पांच दिन पूरे देश में झमाझम बरसात होगी। वहीं उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में भी आज रविवार को तेज बौछारों के साथ भारी बारिश हुई। इसके साथ ही उत्तराखंड में मानसून औपचारिक तौर पर प्रवेश कर चुका है।
मौसम विभाग ने नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछारों के साथ भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में कई दौर की बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, अगले कुछ दिन प्रदेशभर में बारिश होगी।