ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नेशनल एयर स्पोर्टस पॉलिसी की शुरुआत की, 2030 तक एक लाख नए रोजगार की उम्मीद
नई दिल्ली, 8 जून। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि आने वाले समय में भारत एयर स्पोर्टस का ग्लोबल हब बनकर उभरेगा, जो देश को 10,000 करोड़ वार्षिक राजस्व और युवाओं के लिए एक लाख से अधिक रोजगार पैदा करने में मदद करेगा। उन्होंने नेशनल एयर स्पोर्टस पॉलिसी (एनएएसपी 2022) की लॉन्चिंग के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि 2030 तक भारत को टॉप एयर स्पोर्टस नेशन बनाने की दिशा में यह नया कदम उठाया गया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि देश के एयर स्पोर्टस मार्केट के पास 1,000 करोड़ रुपये की इंडस्ट्री बनने की क्षमता है। फिलहाल भारत एयर स्पोर्टस बिजनेस से 80 करोड़ रुपये से 100 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करता है।
सिंधिया ने कहा, ‘अभी एयर स्पोर्टस का आकार छोटा है, जिसमें सिर्फ 5000 एयर स्पोर्टस प्रैक्टिस करने वाले लोग हैं और इससे 80 से 100 करोड़ का रेवेन्यू आता है। लेकिन हम 8,000-10,000 करोड़ रुपये से अधिक वार्षिक राजस्व का लक्ष्य बना सकते हैं और 1,00,000 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित कर सकते हैं। यात्रा, पर्यटन, सहायता सेवाओं और स्थानीय बुनियादी ढांचे के विकास को जोड़ दें तो यह आंकड़ा तीन गुना से अधिक होगा।’
उन्होंने बताया कि नेशनल एयर स्पोर्टस पॉलिसी सभी तरह की एयर स्पेस एक्टिविटी एरोबेटिक्स, एरोमॉडलिंग, पैराग्लाइडिंग, हैंग ग्लाइडिंग, बैलूनिंग, ड्रोन, पैरामोटरिंग, स्काईडाइविंग आदि को कवर करेगी। गौरतलब है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जनवरी, 2022 में नेशनल एयर स्पोर्टस पॉलिसी के मसौदे पर पब्लिक फीडबैक मांगा था। फीडबैक के आधार पर यह पॉलिसी लागू की जा रही है।
एयर स्पोर्टस सेक्टर को भारत में एक बड़ी इंडस्ट्री में बदला जा सकता है
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि एयर स्पोर्ट्स को एक उत्साहजनक शुरुआत मिले, इसलिए नेशनल एयर स्पोर्टस पॉलिसी 2022 जारी की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि यह पॉलिसी लंबे रिसर्च और परामर्श के बाद बनाई गई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज देश को उभरते क्षेत्रों को देखने की जरूरत है, एयर स्पोर्टस सेक्टर एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे भारत में एक बड़ी इंडस्ट्री में बदला जा सकता है।
विशाल भौगोलिक विस्तार देश को एयर स्पोर्टस हब बनाने में मदद कर सकता है
सिंधिया ने कहा कि हिमालय के साथ पर्वतीय क्षेत्रों की विविधता और मध्य भारत के मैदानी इलाकों से लेकर पश्चिमी-पूर्वी तट पर तटीय क्षेत्रों तक विशाल भौगोलिक विस्तार देश को एयर स्पोर्टस हब बनाने में मदद कर सकता है। भारत की 70 फीसद आबादी 35 साल से कम उम्र की है, इसका मतलब है कि हम 35 साल से कम उम्र के करीब 950 मिलियन लोग एयर स्पोर्टस इंडस्ट्री में शामिल होने के योग्य हैं।
विदेशों से भी एयर स्पोर्टस से जुड़े लोगों को आकर्षित करेगी नई पॉलिसी
केंद्रीय मंत्री ने उम्मीद जताई कि नेशनल एयर स्पोर्टस पॉलिसी न केवल भारत से बल्कि विदेशों से भी एयर स्पोर्टस से जुड़े लोगों को आकर्षित करेगी। उन्होंने कहा कि यूरोप, उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के अलावा एयर स्पोर्टस के लिए भारत एक वैकल्पिक देश हो सकता है। इन महाद्वीपों की कठोर सर्दियां एयर स्पोर्टस से जुड़े लोगों को भारत में आने का मौका दे सकती है।