अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत ने ‘वारिस पंजाब दे प्रमुख’ से की अपील – ‘अमृतपाल, आत्मसमर्पण कर दो’
अमृतसर, 26 मार्च। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत ने इच्छा जाहिर की है कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह जांच में सहयोग करे और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दे। ज्ञानी हरप्रीत ने पंजाब पुलिस की क्षमता पर भी सवाल उठाया है और पूछा है कि वह अमृतपाल को क्यों नहीं पकड़ पाई?
ज्ञानी हरप्रीत ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में कहा, ‘दुनियाभर में रहने वाले हर सिख के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि राज्य में पर्याप्त पुलिस बल होने के बावजूद अमृतपाल को कैसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका? यदि उसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, तो पुलिस को ऐसा कहना चाहिए।’ पंजाब की स्थिति पर चर्चा करने के लिए ज्ञानी हरप्रीत ने 60 से 70 सिख संगठनों और निहंग संगठनों की एक विशेष सभा भी बुलाई है।
ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਮੌਜੂਦਾ ਹਾਲਾਤ 'ਤੇ ਵਿਚਾਰ ਚਰਚਾ ਕਰਨ ਲਈ ਸ੍ਰੀ ਅਕਾਲ ਤਖ਼ਤ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਇਕੱਤਰਤਾ: ਗਿਆਨੀ ਹਰਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ, ਜਥੇਦਾਰ, ਸ੍ਰੀ ਅਕਾਲ ਤਖ਼ਤ ਸਾਹਿਬ @J_Harpreetsingh #ਸ੍ਰੀਅਕਾਲਤਖ਼ਤਸਾਹਿਬ #ਪੰਜਾਬ #SriAkalTakhtSahib #Sikhs #Punjab pic.twitter.com/bdg7jCytTY
— Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (@SGPCAmritsar) March 25, 2023
भगोड़ा अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस से बचने के लिए बार-बार हुलिया बदल रहा
गौरतलब है कि भगोड़ा अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस से बचने के लिए बार-बार हुलिया बदल रहा है। ताजा सीसीटीवी फुटेज में खालिस्तान समर्थक को जैकेट और पतलून पहने देखा गया है, जो फोन पर बात करते हुए दिखा है। वह सीसीटीवी फुटेज में काले चश्मे पहने दिख रहा है। यह फुटेज पटियाला का है, जो 20 मार्च को रिकॉर्ड किया गया था। बताया जा रहा है कि अमृतपाल वहां एक रिश्तेदार के घर छिपा हुआ था।
अमृतपाल सिंह की तलाश में पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस की टीमों ने राष्ट्रीय राजधानी और इसकी सीमा में भी तलाशी अभियान शुरू किया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि खालिस्तानी समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख के दिल्ली में होने की आशंका है।
गौरतलब है कि खालिस्तानी उग्रवादी और ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया जा चुका है। अमृतपाल सिंह अब भी फरार है और पंजाब पुलिस के अलावा केंद्रीय एंजेंसियां भी उसे पकड़ने में जुटी हैं।